Operation Sindoor: भारत का एक्शन आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए, यह उसका अधिकार भी है
पहलगाम हमले के 7 दिन बाद भी पाकिस्तान ने आतंकियों पर कोई एक्शन नहीं लिया, पाक आतंकवादियों को देता है पनाह
Revenge of Pahalgam attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ भारतीय सेना ने कड़ा एक्शन लिया है। इस एक्शन के बारे में पहली बार सार्वजनिक रूप से जानकारी देते हुए भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत का एक्शन आतंकवादी ढांचों को खत्म करने के लिए था, जो कि उसका अधिकार भी है। भारत ने रात करीब 1.30 बजे आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी संबोधित किया।
भारत ने क्यों लिया एक्शन : मिसरी ने कहा कि पहलगाम में हमला करने वाला आतंकवादी संगठन टीआरएफ संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित है, इसका संबंध आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा से भी है। टीआरएफ ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी भी ली थी। उन्होंने कहा कि पहलगाम का हमला बहुत ही बर्बर था। इस हमले के 7 दिन बाद भी पाकिस्तान ने आतंकवादी ठिकानों और आतंकवादियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया, इसलिए भारत को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
हमले के तार सीमा पार से जुड़े : उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के तार सीमा पार से जुड़े हुए थे। जांच में इसके पुख्ता सबूत भी सामने आए थे कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है। आतंकवादी जम्मू कश्मीर का विकास रोकना चाहते हैं। इस हमले के बाद जम्मू कश्मीर के अलावा भारत के अन्य हिस्सों में आक्रोश नजर आया था। उन्होंने आज तड़के भारतीय सेना ने जो जवाब दिया वह नपी-तुली कार्रवाई थी। यह कार्रवाई आतंकवादी इन्फ्रास्ट्रक्चर को खत्म करने के लिए की गई थी। यह भारत का हक भी है।
मिसरी ने कहा कि हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए। भारत की आज की कार्रवाई को भी इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने अधिकार का प्रयोग किया। भारत ने कहा कि हमने किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया। पीओके में मौजूद आतंकवादी कैंपों पर हमला किया। उल्लेखनीय है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala