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Last Modified: नई दिल्ली , बुधवार, 2 जुलाई 2025 (18:42 IST)

साइबर धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़, झारखंड से 3 अपराधी गिरफ्तार

Delhi police busted cyber fraud racket
Cyber ​​fraud racket case : दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति से 10.80 लाख रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में झारखंड के जामताड़ा 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जामताड़ा पिछले कुछ वर्षों में भारत में संगठित साइबर धोखाधड़ी के केंद्र के रूप में कुख्यात हो गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए 5 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड और एक डेबिट कार्ड बरामद किया है। तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया और उनसे पूछताछ की गई। संदेह से बचने और स्थानीय लोगों की तरह दिखने के लिए पुलिस की एक टीम ने पारंपरिक आदिवासी पोशाक पहनकर आरोपियों की टोह ली।
 
एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। संदेह से बचने और स्थानीय लोगों की तरह दिखने के लिए पुलिस की एक टीम ने पारंपरिक आदिवासी पोशाक पहनकर आरोपियों की टोह ली और कई घंटे तक दूर से संदिग्धों पर नजर रखी। अधिकारी ने यह भी दावा किया कि आरोपियों की गिरफ्तारी से जामताड़ा से साइबर धोखाधड़ी नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मुजफ्फर जिलानी (27), आफताब अंसारी (27) और मोहम्मद इकबाल रजा (24) के रूप में हुई है, जो जामताड़ा के करमाटार के रहने वाले हैं।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) अमित गोयल ने एक बयान में कहा, जामताड़ा पिछले कुछ वर्षों में भारत में संगठित साइबर धोखाधड़ी के केंद्र के रूप में कुख्यात हो गया है। हमने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए पांच मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड और एक डेबिट कार्ड बरामद किया है।
 
दिल्ली के पालम निवासी के सी बर्थवाल (49) की शिकायत पर साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया। बर्थवाल ने आरोप लगाया कि पांच अप्रैल को उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई में एक सरकारी बैंक की क्रेडिट कार्ड शाखा का अधिकारी बताते हुए झूठा दावा किया कि उनके क्रेडिट कार्ड से 588.82 रुपए भुगतान हो गए हैं।
डीसीपी ने कहा, इसके बाद फोन करने वाले ने पीड़ित पर दबाव डाला कि वह उसके फोन पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करके अपना क्रेडिट कार्ड सक्रिय या ब्लॉक कर दे। यह लिंक एक धोखाधड़ी वाली साइट पर ले गया, जो आधिकारिक बैंक पोर्टल जैसा था। इससे अनजान बर्थवाल ने लिंक खोला और अपने कार्ड का विवरण साझा किया।
एक दिन बाद बर्थवाल को एक और कॉल आया जिसमें और भी ज़्यादा निजी जानकारी ली गई। अगले कुछ दिनों में उनके क्रेडिट कार्ड और लिंक्ड बैंक खाते से 10.80 लाख रुपए के अनधिकृत लेनदेन किए गए। प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद मामले में जांच शुरू हुई। टीम ने तकनीकी निगरानी की और आरोपियों की पहचान जामताड़ा क्षेत्र में की। डीसीपी ने बताया, दो दिन की निगरानी कार्रवाई के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया। तीनों को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया और उनसे पूछताछ की गई। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour
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