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Last Modified: कोलकाता , सोमवार, 12 अगस्त 2024 (18:49 IST)

कोलकाता में डॉक्टर की हत्या, चौथे दिन भी हड़ताल जारी

कोलकाता में डॉक्टर की हत्या, चौथे दिन भी हड़ताल जारी - Doctors strike continues for the fourth day in Kolkata
Doctors' strike continues for the fourth day in Kolkata : कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के कथित बलात्कार और हत्या की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल और जनाक्रोश के बीच सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वादा किया कि अगर पुलिस रविवार तक इस मामले को सुलझाने में विफल रहती है तो मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
 
महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में और घटना की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर जूनियर चिकित्सक, प्रशिक्षु और परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सकों की हड़ताल सोमवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहने के कारण अस्पतालों में सेवाएं बाधित हैं।
 
आरोपी 14 दिन की पुलिस हिरासत में : राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की दो सदस्‍यीय टीम आज दोपहर कोलकाता पहुंची, जो शहर के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल तथा पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात करेगी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अंदर शुक्रवार को सुबह परास्नातक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव मिला था। इस मामले में शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो अस्पताल परिसर में अक्सर आने वाला एक बाहरी व्यक्ति था। अदालत ने आरोपी को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
महिला डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने संबंधी कम से कम तीन जनहित याचिकाओं पर मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में सुनवाई होगी। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष सोमवार को कम से कम तीन जनहित याचिकाएं दायर की गईं।
 
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की : वहीं मुख्यमंत्री बनर्जी महिला चिकित्सक के घर गईं और उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। बनर्जी ने कहा, अगर पुलिस रविवार तक इस मामले को सुलझाने में नाकाम रहती है, तो हम मामले को सीबीआई को सौंप देंगे। हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी की सफलता दर बहुत कम है। मुख्यमंत्री ने कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों का जिक्र किया जिन्हें सीबीआई सुलझा नहीं सकी।
 
बनर्जी ने कहा कि मृतक डॉक्टर के परिवार वालों को संदेह है कि इसमें कोई भीतर का व्यक्ति शामिल है। उन्होंने कहा, मैंने पुलिस से कहा है कि यदि किसी के खिलाफ ऐसा कोई संदेह है तो उनसे (पीड़िता के दोस्तों और अन्य लोगों से) पूछताछ की जानी चाहिए। बनर्जी ने यह भी कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
 
कोलकाता पुलिस के एसीपी को हटाया : मुख्यमंत्री ने कहा, उन्होंने (प्रधानाचार्य) घटना के बाद अपने साथ हुई अभद्रता के बारे में बताया है। हमने उन्हें दूसरे विभाग में स्थानांतरित कर दिया है। हमने लापरवाही के कारण अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह उप प्राचार्य को भी हटा दिया है। छाती रोग विभाग के प्रमुख और आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा के प्रभारी कोलकाता पुलिस के एसीपी को भी हटा दिया गया है।
 
मुख्यमंत्री ने शनिवार को इस मामले में दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की थी। बनर्जी ने कहा, हम चाहते हैं कि इस मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में हो। हम मृत्युदंड की भी मांग करेंगे। कुछ लोग शायद भूल गए हैं कि समाज में कैसे व्यवहार करना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसा एक जघन्य अपराध है।
कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल भी बनर्जी के साथ पीड़िता के घर गए। गोयल ने कहा, घटनास्थल के पास मौजूद सभी लोगों को बुलाया जा रहा है। अगर उन्हें अभी तक तलब नहीं किया गया है तो उन्हें तलब किया जाएगा। हमें यकीन है कि अगर और भी अपराधी होंगे तो हम उन्हें अगले चार से पांच दिनों में गिरफ्तार कर लेंगे।
 
संस्थान के प्रधानाचार्य संदीप घोष ने दिया इस्तीफा : इस बीच, एनसीडब्ल्यू की दो सदस्‍यीय टीम ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर मामले पर चर्चा की। महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे संस्थान के प्रधानाचार्य संदीप घोष ने सोमवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जूनियर चिकित्सकों ने अस्पताल कर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकामी के लिए उनके इस्तीफे की मांग की थी।
घोष ने इस्तीफा तब दिया है जब एक दिन पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सह उप-प्रधानाचार्य संजय वशिष्ठ को हटा दिया और उनकी जगह छात्र मामलों की डीन प्रोफेसर बुलबुल मुखोपाध्याय को अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया।
 
उन्होंने कहा, मैं यह अपमान और बर्दाश्त नहीं कर सकता। मेरे खिलाफ लगाए सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं। मुझे हटाने के लिए एक छात्र आंदोलन भड़काया गया है। इसके पीछे राजनीतिक साजिश है। मैंने घटना के एक घंटे के भीतर पुलिस को सूचित कर दिया था। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज सौंपी गई है।
 
उन्होंने कहा, मैं चाहता हूं कि प्रदर्शनकारी छात्र जल्द ही ड्यूटी पर लौटें। घोष अपना इस्तीफा सौंपने के लिए खुद स्वास्थ्य भवन पहुंचे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सेमिनार हॉल के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज सार्वजनिक करने की भी मांग की है।
 
सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टी रद्द : राज्य सरकार ने मरीजों की भीड़ से निपटने के लिए सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी है क्योंकि सोमवार को आमतौर पर बाह्यरोग विभागों में बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। एक अधिकारी ने कहा, हमारे वरिष्ठ चिकित्सक ड्यूटी पर हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वे मरीजों की भीड़ से निपट लेंगे। उन्हें स्थिति सामान्य होने तक काम करने का निर्देश दिया गया है।
 
प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों को देशभर के विभिन्न हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। ‘फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (फोरडा) ने हड़ताल का समर्थन किया और सोमवार को वैकल्पिक सेवाओं को रोकने का देशव्यापी आह्वान किया।
‘पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम’ ने भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर, महिला चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले की जांच के लिए एक निष्पक्ष जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है। उसने राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा तथा दोषी को मृत्युदंड देने की भी मांग की है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour
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