तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप को लेकर आयकर विभाग का बड़ा खुलासा, करोड़ों की हेराफेरी की आशंका
मुंबई। तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) और अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) के यहां छापे को लेकर आयकर विभाग ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
आयकर विभाग ने बुधवार को मुंबई और पुणे में 30 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली। इसमें प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, अभिनेत्री तापसी पन्नू, फिल्म निर्माता विकास बहल के परिसर शामिल हैं। खबरों के अनुसार सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस यानी CBDT ने बताया कि कुल 350 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है।
एक एक्ट्रेस के ठिकानों पर छापों के दौरान 5 करोड़ के नकद लेन-देन की रसीदें मिलीं। आयकर विभाग टीम ने गुरुवार को अनुराग और तापसी से पुणे के वेस्टिन होटल में पूछताछ की। उनके घर और दफ्तर से 3 लैपटॉप और 4 कम्प्यूटर जब्त किए गए हैं। दोनों की व्हाट्सऐप चैट का बैकअप भी लिया गया है। आयकर विभाग के मुताबिक हेरफेर से संबंधित साक्ष्य, प्रोडक्शन हाउस के शेयर लेन-देन का कम मूल्यांकन सहित लगभग 350 करोड़ का घालमेल अब तक सामने आ चुका है।
छापेमारी को लेकर भिड़ी कांग्रेस और भाजपा : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनुराग कश्यप समेत कुछ फिल्म निर्माताओं और अभिनेत्री तापसी पन्नू के घरों एवं कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर गुरुवार को आरोप लगाया कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर सरकार किसान समर्थकों के खिलाफ छापेमारी करवा रही है।
दूसरी तरफ, राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता पर कांग्रेस का ज्ञान देना सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली की तरह है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, कुछ मुहावरे : उंगलियों पर नचाना- केंद्र सरकार आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई के साथ ये करती है। भीगी बिल्ली बनना- केंद्र सरकार के सामने मित्र मीडिया। खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे- जैसे केंद्र सरकार किसान-समर्थकों पर रेड कराती है।
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्मकार अनुराग कश्यप व उनके साझेदारों के घरों और कार्यालयों पर बुधवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी फैंटम फिल्म्स के खिलाफ कर चोरी की जांच का एक हिस्सा है।
राहुल गांधी के हमले को लेकर पलटवार करते हुए जावड़ेकर ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी जी, इन मुहावरों को भी याद करिये। 1. सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को - आपातकाल में मीडिया की आज़ादी पर अंकुश लगाने वाली कांग्रेस का मीडिया की आजादी पर ज्ञान देना । उंगली पर गिने जा सकना - कांग्रेस की मौजूदा स्थिति और चुनाव में स्थिति । रंगा सियार - सबसे सांप्रदायिक पार्टी सेकुलरिज्म का ढोंग करती है; एक परिवार की पार्टी अब लोकतंत्र पढ़ा रही है।
इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया, सरकार मीडिया प्रबंधन को ही भूराजनीतिक रणनीति का विकल्प मानती है। इसकी कीमत चीन के साथ हमें चुकानी पड़ी है। इस रास्ते पर चलना भारत लिए भयावह है।