1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. cp radhakrishanan sworn in vice president india
Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 12 सितम्बर 2025 (13:21 IST)

सीपी राधाकृष्णन बने भारत के 15वें उपराष्‍ट्रपति, राष्‍ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज शामिल हुए

cp radhakrishnanan
Vice President CP radhaKrishanan : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में 67 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन को उपराष्‍ट्रपति पद की शपथ दिलाई। लाल कुर्ता पहने राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली।
 
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज शामिल थे। राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी।
 
cp radhakrishnan
जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव आवश्यक हो गया था। धनखड़ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद वह पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए।
समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा आदि शामिल हुए। पूर्व उपराष्ट्रपतियों हामिद अंसारी और वेंकैया नायडू ने भी समारोह में शिरकत की।

उपराष्ट्रपति के रूप में कितना होगा कार्यकाल? भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67 के अनुसार, उपराष्ट्रपति अपने पद ग्रहण करने की तारीख से पूरे 5 साल की अवधि के लिए पद पर बने रहते हैं। यही नियम सीपी राधाकृष्णन पर भी लागू होगा। वे सितंबर 2030 तक उपराष्‍ट्रपति रहेंगे। 
 
cp radhakrishnan
कौन हैं राधाकृष्णन : अब तक महाराष्ट्र के राज्यपाल की भूमिका में रहे 67 वर्षीय राधाकृष्णन किशोरावस्था में ही आरएसएस और जनसंघ से जुड़ गए थे। वह 1990 के दशक के अंत में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा चुनाव जीते और उनके समर्थक उन्हें ‘तमिलनाडु का मोदी’ कहते हैं। राधाकृष्णन ने 1998 और 1999 में कोयंबटूर लोकसभा सीट से दो बार चुनाव जीता, हालांकि इसके बाद उन्हें इस सीट से लगातार तीन बार हार का सामना करना पड़ा। तमिलनाडु में सभी दलों में उन्हें काफी सम्मान हासिल है और यही वजह है कि भाजपा ने उन्हें कई राज्यों का राज्यपाल बनाया।
 
cp radhakrishnan
2024 में बने थे राज्यपाल : उन्होंने 31 जुलाई, 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। इससे पहले, उन्होंने लगभग डेढ़ साल तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। झारखंड के राज्यपाल के रूप में, उन्हें तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था। तमिलनाडु के तिरुपुर में 20 अक्टूबर, 1957 को जन्मे राधाकृष्णन के पास व्यवसाय प्रबंधन में स्नातक की डिग्री है। 16 साल की उम्र में आरएसएस के स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत करने वाले राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने।
 
cp radhakrishnan
वर्ष 1996 में, राधाकृष्णन को भाजपा की तमिलनाडु इकाई का सचिव नियुक्त किया गया। वह 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 में वह फिर से इस सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। एक उत्साही खिलाड़ी राधाकृष्णन टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि 2004 में द्रमुक द्वारा राजग से संबंध समाप्त करने के बाद तमिलनाडु में भाजपा के लिए नया गठबंधन बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
edited by : Nrapendra Gupta