मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Congress leader Santokh Singh used to do brisk walking and golf with the gym
Written By
Last Updated : शनिवार, 14 जनवरी 2023 (14:39 IST)

जिम के साथ ब्रिस्‍क वॉकिंग और गोल्‍फ खेलते थे कांग्रेस नेता संतोख सिंह, फिर कैसे आ गया हार्ट अटैक?

जिम के साथ ब्रिस्‍क वॉकिंग और गोल्‍फ खेलते थे कांग्रेस नेता संतोख सिंह, फिर कैसे आ गया हार्ट अटैक? - Congress leader Santokh Singh used to do brisk walking and golf with the gym
कांग्रेस सांसद संतोख सिंह की राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मौत हो गई। उन्‍हें हार्ट अटैक आया था। जिसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया, लेकिन उन्‍हें बचाया नहीं जा सका। इस घटना में जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई है, वो है संतोख सिंह की फिटनेस। संतोख सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि फिटनेस फ्रिक थे। यानी अपनी हेल्‍थ को लेकर हमेशा सजग रहने वाले।

बताया जा रहा है कि 76 साल की उम्र में भी वे जिम जाते थे और जिमिंग उनके रूटीन में शामिल था। इतना ही नहीं, वे रोजाना ब्रिस्क वॉक करते थे यानी जल्‍दी जल्‍दी चलना। इसके साथ ही उन्‍हें गोल्फ खेलने का भी शौक था।
ऐसे में उन्‍हें हार्ट अटैक आ जाना एक बार फिर से चौंका रहा है। बता दें कि पिछले कुछ साल में हार्ट अटैक से मौत के मामले तेजी से बढ़े हैं। खासतौर से जिम में जानकर एक्‍सरसाइज या वर्कआउट करने वालों के साथ अचानक ऐसा हो रहा है। संतोख सिंह भी अपनी फिटनेस के लिए जिम जाया करते थे।

युवा को देते थे फिटनेस में टक्कर
संतोख सिंह 78 साल के थे। लेकिन कहा जाता है कि वो अपनी फिटनेस से युवाओं को भी टक्कर देते थे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो संतोख सिंह रोजाना कम से कम 30 मिनट जिम में समय गुजारते थे और वर्कआउट करते थे। इसके बाद वे करीब 10 मिनट ब्रिस्क वॉक करते थे। इतना ही नहीं, वर्कआउट से कितनी कैलोरी बर्न होती है, इस बात का भी वे पूरा ध्यान रखते थे। वे मोटापे को तो अपने ऊपर हावी होने ही नहीं देते थे। जब भी फुर्सत मिलती तो गोल्फ भी खेलते थे और दूसरी स्‍पोर्ट गतिविधियों में भाग लेते थे।

ऐसी थी संतोख सिंह की राजनीति
चौधरी संतोख सिंह के दादा गोपाल सिंह किसान थे, जबकि उनके पिता मास्टर गुरबंता सिंह किसानी का काम करते हुए राजनीति में आ गए थे। वहीं, कांग्रेस सांसद संतोख सिंह ने युवा कांग्रेस से अपने राजनीतिक सफर से शुरुआत की थी। वे यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे। फिर संगठन से होते हुए प्रदेश सरकार में पहुंचे। कैबिने मंत्री रहे। प्रताप सिंह कैरों और ज्ञानी जैल सिंह की सरकार में एग्रीकल्चर और जंगलात मंत्री रहते हुए उन्‍होंने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी बनवाई थी। देश में हरित क्रांति के लिए उनका योगदान अहम माना जाता है।

शनिवार को वे राहुल गांधी की भारत जोडो यात्रा में शामिल हुए थे। करीब 7 बजे यात्रा शुरू हुई थी और करीब 9 बजे उनके निधन ही खबर आ गई। जिसने भी उनके हार्टअटैक से निधन की खबर सुनी वो स्‍तब्‍ध था।
edited by navin rangiyal
ये भी पढ़ें
Snowfall in Uttarakhand: पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी, पर्यटकों की संख्या में हुआ इजाफा