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Last Modified: शनिवार, 22 अप्रैल 2023 (08:52 IST)

सत्यपाल मलिक को CBI नोटिस पर सियासी बवाल

सत्यपाल मलिक को CBI नोटिस पर सियासी बवाल - CBI notice to satya pal malik
  • सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया
  • मलिक ने एक साक्षात्कार में उठाए थे पीएम मोदी पर सवाल
  • कांग्रेस और आप आदमी पार्टी ने नोटिस पर जताई नाराजगी
CBI notice to satya pal malik जम्मू-कश्मीर में बीमा घोटाले के संबंध में सीबीआई ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को नोटिस जारी कर दिया। पिछले 7 महीने में मलिक को सीबीआई ने दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है। नोटिस पर सियासी बवाल मच गया। कांग्रेस और आप आदमी पार्टी ने कड़ी नाराजगी जताई।
 
कांग्रेस ने मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह तो होना ही था, क्योंकि पूर्व राज्यपाल ने मोदी सरकार की सत्ता की लालची होने की प्रवृत्ति को उजागर किया है। पार्टी ने ट्वीट किया, 'अंतत: प्रधानमंत्री मोदी से बर्दाश्त नहीं हुआ। सत्यपाल मलिक जी ने देश के सामने उनका पर्दाफाश किया। अब सीबीआई मलिक जी को बुला रही है। यह तो होना ही था।'
 
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि जिस दिन से सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार की भ्रष्ट, अक्षम और सत्ता लोलुप प्रवृत्ति का पर्दाफाश किया है, यह स्पष्ट था कि उन्हें प्रधानमंत्री की पालतू एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने ट्वीट में कहा कि मोदीजी, इन एजेंसियों का काम असली अपराधियों को पकड़ना है, आपका राजनीतिक बदला लेना नहीं।
 
दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'पूरा देश आपके साथ है। खौफ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, CBI के पीछे छिपा है। जब जब इस महान देश पर संकट आया, आप जैसे लोगों ने अपने साहस से उसका मुक़ाबला किया। वो अनपढ़ है, भ्रष्ट है, गद्दार है। वो आपका मुकाबला नहीं कर सकता। आप आगे बढ़ो सर।
 
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले सत्यपाल मलिक ने न्यूज़ वेबसाइट 'द वायर' के वरिष्ठ पत्रकार करण थापर को इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के लिए ग्रुप मेडिकल इंश्योरेंस को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। साक्षात्कार में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल उठाए थे।
 
मलिक ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहने के दौरान (23 अगस्त-2018 से 30 अक्टूबर, 2019) उन्हें 2 फाइल पास करने के एवज में 300 करोड़ रुपए की रिश्वत का ऑफर दिया गया था। बाद में मेडिकल इंश्योरेंस की योजना वापस ले ले गई। सीबीआई ने इस मामले में 2 FIR दर्ज की थी।
 
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