चारधाम में दर्शनार्थियों की संख्या की सीमा हटी, केदारनाथ की उत्सव डोली ऊखीमठ से रवाना
Chardham Yatra: तीर्थ पुरोहितों व व्यापारियों की मांग का सम्मान करते हुए धामी सरकार ने चार धाम में प्रतिदिन सीमित संख्या में तीर्थयात्रियों के जाने संबंधी प्रतिबंध को उठा लिया। अब यात्रियों के लिए वहां जाने की कोई सीमा निर्धारित नहीं होगी। चार धाम यात्रा शुरू होते ही अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस बाबत आदेश भी जारी कर दिए हैं।
शासन से जुड़े अधिकारियों के अलावा मंडल आयुक्त, डीएम व जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बाबत पत्र भी भेजा गया है। यात्रियों के दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या की सीमा हटाने का चारधाम तीर्थ पुरोहितों ने भी स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे न केवल तीर्थ पुरोहितों बल्कि सभी कारोबारियों को लाभ होगा।
यात्रा में जा रहे श्रद्धालुओं से भरी बसों को हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री ने धाम के लिए रवाना भी किया। हंस फाउंडेशन द्वारा चालकों, परिचालकों एवं श्रद्धालुओं हेतु दी जा रही राहत किट का वितरण भी मुख्यमंत्री धामी के हाथों कराया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि बाबा केदार, बद्रीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री से प्रार्थना करता हूं कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी चारधाम यात्रा हर्षोल्लास एवं धूमधाम से सकुशल संपन्न हो।
इस बार सरकार की तरफ से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत में “हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा“ करने का भी निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने चार धाम यात्रा में लगे सफाई कर्मचारियों से लेकर सुरक्षा में तैनात रहने वाले प्रत्येक पुलिस के जवान और प्रशासनिक अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी अपने स्तर में सर्वश्रेष्ठ कार्य करें, जिससे यात्रा में आने वाले किसी भी श्रद्धालु को असुविधा का सामना न करना पड़े।
बाबा केदारनाथ की उत्सव डोली ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना : दूसरी ओर, ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास के गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई। शुक्रवार सुबह ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में परंपरानुसार पूजा-अर्चना के बाद डोली ने पहले रात्रि पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान किया, दोपहर बाद यह डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची।
पूजा-अर्चना के बाद डोली के साथ बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी में पैदल यात्रा के लिए प्रस्थान किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्सव डोली 22 अप्रैल को फाटा, 23 को गौरीकुंड तथा 24 अप्रैल, 2023 को श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 25 अप्रैल, 2023 को प्रातः 6 बजकर 20 मिनट पर बाबा केदार के कपाट भक्तों के लिए दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इस अवसर पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।