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Last Modified: सोमवार, 3 अक्टूबर 2022 (23:20 IST)

JEE 2021 पेपर लीक मामले में CBI ने दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा रूसी नागरिक, सॉफ्टवेयर किया था हैक

JEE 2021 पेपर लीक मामले में CBI ने दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा रूसी नागरिक, सॉफ्टवेयर किया था हैक - CBI arrests Russian national for manipulating software of JEE Mains examination
नई दिल्ली। सीबीआई (CBI) ने पिछले साल हुई आईआईटी जेईई (मुख्य) परीक्षा में कथित हेरफेर के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में सोमवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक रूसी नागरिक को पकड़ा।  अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में कथित छेड़छाड़ के लिए मिखाइल शरगिन के खिलाफ ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी किया था जिस पर मुख्य हैकर होने का संदेह है।
 
अधिकारियों ने बताया कि जब रूसी नागरिक शरगिन कजाकिस्तान के अलमाती से हवाईअड्डे पर पहुंचा तो आव्रजन ब्यूरो ने सीबीआई को सतर्क किया। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने उसे तत्काल रोका और जेईई परीक्षा में छेड़छाड़ के सिलसिले में उससे पूछताछ की जा रही है।
 
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि जांच के दौरान सामने आया कि कुछ विदेशी नागरिक जेईई (मुख्य) समेत कई ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली में शामिल थे। इस मामले में वह अन्य आरोपियों के साथ मिले थे।
 
जांच में संकेत मिला कि शरगिन ने कथित रूप से आईलियॉन सॉफ्टवेयर के साथ छेड़छाड़ की थी। इस सॉफ्टवेयर पर जेईई (मुख्य)-2021 परीक्षा आयोजित की गयी थी। अधिकारियों के अनुसार शरगिन ने परीक्षा के दौरान संदिग्ध अभ्यर्थियों की कम्प्यूटर प्रणालियों को हैक करने में अन्य आरोपियों की मदद भी की थी। सूत्रों ने कहा कि शरगिन को हिरासत में लिया जा सकता है।
 
एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में ‘एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड’ और उसके तीन निदेशकों- सिद्धार्थ कृष्ण, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कुछ अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया।
 
आरोप है कि तीनों निदेशक अन्य सहयोगियों और दलालों के साथ साजिश रचते हुए जेईई (मुख्य) की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर कर रहे थे और अभ्यर्थियों से भारी रकम लेकर देश के शीर्ष राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में उन्हें प्रवेश दिला रहे थे।
 
आरोपों के अनुसार हरियाणा के सोनीपत में एक चयनित परीक्षा केंद्र से आवेदकों के प्रश्न-पत्रों को प्रौद्योगिकी की मदद से हल कराया जा रहा था।
Edited by Sudhir Sharma
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