भाजपा की दिल्ली इकाई के सिख प्रकोष्ठ के सदस्यों ने सिख समुदाय के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के खिलाफ बुधवार को यहां 10 जनपथ स्थित उनके आवास के निकट प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस नेता से अमेरिका में सिख समुदाय के संबंध में की गई उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए और तख्तियां लेकर विज्ञान भवन से मार्च करते हुए गांधी के आवास की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह यह कहते नजर आते हैं, राहुल गांधी बाज आजा, नहीं तो आने वाले समय में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हाल हुआ।
उन्होंने कहा कि यहां एक भाजपा नेता राहुल गांधी को खुलेआम धमकी दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, क्या वह आपकी ओर से यह धमकी दे रहे हैं। क्या आप उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे?
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी वीडियो साझा किया और कहा कि भाजपा नेता देश के विपक्ष के नेता को जान से मारने की खुलेआम धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह इस पर चुप नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कांग्रेस ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर भी यह वीडियो साझा करते हुए लिखा कि भाजपा का यह नेता देश के नेता प्रतिपक्ष की हत्या की खुलेआम धमकी दे रहा है। नरेन्द्र मोदी जी, अपनी पार्टी के इस नेता की धमकी पर आप चुप नहीं रह सकते। यह अत्यंत गंभीर मामला है। आपकी पार्टी की नफरत की फैक्टरी का यह उत्पाद है। इस पर कार्रवाई करनी ही होगी।
राहुल गांधी ने सोमवार को वाशिंगटन डीसी में भारतीय अमेरिकियों की सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा था कि भारत में राजनीति के लिए नहीं, बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। गांधी ने वहां पहली पंक्ति में दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा था, मेरे पगड़ीधारी भाई, आपका क्या नाम है?
कांग्रेस नेता ने कहा था कि लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारे जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।
Edited by : Nrapendra Gupta