गुरुवार, 10 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. 151 Cases of crimes against women on MPs and MLAs
Last Updated : बुधवार, 21 अगस्त 2024 (18:11 IST)

ADR की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, 151 सांसदों व विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ दर्ज हैं अपराध के मामले

16 जनप्रतिनिधियों पर दुष्कर्म का भी आरोप

Report of ADR
crimes against women on MPs and MLAs : देश में 151 मौजूदा सांसदों (MPs) और विधायकों (MLAs) ने अपने चुनावी हलफनामों में महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की जानकारी दी है। इनमें पश्चिम बंगाल के सांसदों और विधायकों की संख्या सबसे अधिक है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) नई दिल्ली की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
 
एडीआर ने 2019 और 2024 के बीच चुनावों के दौरान निर्वाचन आयोग को सौंपे गए मौजूदा सांसदों और विधायकों के 4,809 हलफनामों में से 4,693 की जांच की। जिसके बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों का सामना कर रहे 16 सांसदों और 135 विधायकों को चिह्नित किया गया।

 
महिलाओं के खिलाफ अपराध में बंगाल शीर्ष पर : रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित आरोपों का सामना कर रहे 25 सांसदों और विधायकों के साथ पश्चिम बंगाल शीर्ष पर है जिसके बाद आंध्रप्रदेश में 21 और ओडिशा में 17 सांसद-विधायक हैं। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या तथा ठाणे में 2 बच्चियों के यौन उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

 
16 मौजूदा सांसदों और विधायकों पर बलात्कार के मामले : रिपोर्ट के अनुसार 16 मौजूदा सांसद और विधायक ऐसे हैं जिन्होंने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 के तहत बलात्कार से संबंधित मामलों की जानकारी दी है जिसके लिए न्यूनतम 10 साल की सजा का प्रावधान है और इसे आजीवन कारावास तक बढ़ाया जा सकता है। इनमें से 2 सांसद और 14 विधायक हैं। आरोपों में 1 ही पीड़िता के खिलाफ बार-बार अपराध की घटनाएं भी शामिल हैं, जो इन मामलों की गंभीरता को और अधिक रेखांकित करता है।

 
रिपोर्ट के अनुसार राजनीतिक दलों में सबसे अधिक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 54 सांसद और विधायक हैं जिनके खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले हैं। इसके बाद कांग्रेस के 23 और तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) के 17 सांसद-विधायक हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही 5-5 मौजूदा सांसद-विधायक बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

 
चुनाव सुधार के लिए काम करने वाली संस्था एडीआर ने राजनीतिक दलों को आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को टिकट देने से परहेज करने की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर उन लोगों को जिन पर बलात्कार और महिलाओं के खिलाफ अन्य अपराधों के आरोप हैं। रिपोर्ट में सांसदों-विधायकों के खिलाफ अदालती मामलों की त्वरित सुनवाई तथा पुलिस द्वारा पेशेवर तरीके से और गहन जांच सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
UP : क्यों मजबूर हैं संजय निषाद, योगी के मंत्री का फिर छलका दर्द