मैं कृति हूँ माँ की
सरोजकुमार
माँ, जिसने मुझे जन्म दिया मेरे लिएजरूरत बे-जरूरतमरने को भी तैयार होजाएगीबिना एक पल खोए।पिता नहीं।मैं कृति हूँ माँ कीऐसी चित्र-कृतिजिसमें उँड़ेल दिए थे उसनेअपने सारे रंगसारी साँसें, सारे सपने।पिता तो बसईजल रखकर जा चुका था।