What to eat in Sawan : इन दिनों श्रावण का महीना जारी है और सावन व्रत के दौरान व्रती अक्सर दिनभर उपवास करते हैं या केवल फलाहार ग्रहण करते हैं। लेकिन डायबिटिक या मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों को उपवास में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए ताकि उनका ब्लड शुगर नियंत्रित रहे और कमजोरी न हो। यहां नीचे सावन व्रत में डायबिटिक लोगों के लिए उपयुक्त फलाहारी भोजन की सूची दी जा रही है। यदि आप भी डायबिटिक हैं, तो इस तरह अपने भोजन की सूची बनाकर आप सेहतमंद बने रह सकते हैं।
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सावन व्रत के लिए डायबिटिक व्रत भोजन सूची:
1. सुबह का फलाहार (सुबह 7-9 बजे):
- एक कटोरी मिक्स फल (जैसे पपीता, अमरूद, सेब, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो)
- एक गिलास गुनगुना नींबू पानी बिना शकर वाला।
- मुट्ठी भर भीगे हुए बादाम या अखरोट।
2. दोपहर 12-2 बजे मध्याह्न भोजन:
- साबूदाना खिचड़ी, जिसमें मूंगफली कम हो, इसे कम मात्रा में ले सकते हैं।
- कम नमक और घी युक्त समा चावल की खिचड़ी या उपमा।
- दही के साथ राजगिरा पराठा, जिसमें कम घी उपयोग किया गया हो।
- 1 कटोरी खीरा और टमाटर का सलाद।
3. शाम 4-6 बजे का नाश्ता:
- बिना नमक वाली एक गिलास छाछ।
- कम घी में भुना हुआ मखाना।
- लो-फैट मिल्क या बिना शकर वाली ग्रीन टी
4. 7-8:30 बजे रात का फलाहार / हल्का भोजन:
- 1 कटोरी समा चावल की खिचड़ी
- अगर रात में पचता हो तो एक कटोरी दही
- थोड़ी मात्रा में उबली लौकी
- सलाद या नींबू पानी
5. सावन व्रत में खा सकते हैं आप सभी के लिए सामान्य फलाहार:
- साबूदाना, समा चावल, कुट्टू आटा, सिंघाड़ा आटा
- आलू, शकरकंद (डायबिटिक के लिए सीमित मात्रा)
- दही, दूध, पनीर
- फल- पपीता, सेब, अमरूद
- सूखे मेवे- बादाम, अखरोट, मखाना
- सेंधा नमक, घी, जीरा, अदरक
6. डायबिटिक व्रती के लिए सावधानियां:
पूरी तरह भूखे न रहें– लंबा उपवास शुगर को नीचे गिरा सकता है।
मीठे फल (केला, आम, चीकू, अंगूर) से बचें।
नमक में सेंधा नमक का प्रयोग करें।
बहुत अधिक साबूदाना और आलू का सेवन न करें।
समय-समय पर पानी पीते रहें।
इंसुलिन या दवाइयों का समय न भूलें।
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