सतपुड़ा मेंं जल रहा था स्वास्थ्य संचालनालय और चिकित्सा शिक्षा मंत्री पं. प्रदीप मिश्रा की कथा में थे व्यस्त
भोपाल। सतपुड़ा भवन में आग लगने से स्वास्थ्य विभाग की 12 हजार से ज्यादा फाइलें जलकर खाक हो गई है। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवी और छठी मंजिल पर स्वास्थ्य संचालनालय का दफ्तर स्थित है। वहीं भवन की छठीं मंजिल पर स्वास्थ्य विभाग का रिकॉर्ड रूम था और विभाग के डायरेक्टर एडमिन ही यहीं बैठते थे। सतपुड़ा भवन में जब आग लगी तब सूबे के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग अपने विधानसभा क्षेत्र में पं. प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा में व्यस्त थे। सतपुड़ा भवन की इमारत धू-धू कर जल रही थी लेकिन जिला प्रशासन का बड़ा अमला पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा की व्यवस्था संभालने में जुटा था।
वहीं जब सतपुड़ा भवन में आग लगी तो प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी शिवपुराण कथा में शामिल होकर पंडित प्रदीप मिश्रा का आशीर्वाद ले रहे थे। सरकार की जब महत्वपूर्ण इमारत जलती रही लेकिन मौके पर सरकार को कोई भी जिम्मेदार मंत्री नहीं पहुंचे। घंटों बाद जब आग ने विकराल रूप ले लिया तब सरकार हरकत में आई और मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गृहमंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री मौके पर पहुंचे। तब तक आग इतनी भीषण हो चुकी थी कि सरकार के इंतजामों के पूरी पोल खोल चुकी थी, घटना स्थल पर कुछ देर रूकने के बाद दोनों ही मंत्री वापस लौट गए।
सतपुड़ा भवन में आग लगने से स्वास्थ्य विभाग की हजारों महत्वपूर्ण फाइलें जलकर खाक हो चुकी है, हजारों की संख्या में कंप्यूटर और उसमें दर्ज डेटा राख हो चुका है। इतनी हीं केंद्र की योजनाओं को प्रदेश में क्रियान्वयन करने वाली कई योजनाओं की फाइलें आग में स्वाहा हो चुकी है। दरअसल सतपुड़ा भवन में सरकार के कई महत्वपूर्ण विभाग है और सतपुड़ा भवन में बीते 10 साल में 3 बार बड़ी आग लग चुकी है। वल्लभ भवन (मंत्रालय) से निकले आदेश का क्रियान्वयन सतपुड़ा और विंध्याचल भवन के जरिए ही पूरे प्रदेश में होता है। सतपुड़ा भवन में कई विभागों के ओएसजी बैठते हैं और यहां पर स्थापना सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य होते हैं। वल्लभ भवन से निकले सभी योजनाओं के क्रियान्वयन आदेश से लेकर बजट और आर्थिक हिसाब किताब यहीं से चलता है।