प्रवासी मजदूरों से मुख्यमंत्री शिवराज की भावुक अपील,घर के लिए पैदल न निकलें, सरकार पहुंचाएगी घर
भोपाल। औरंगाबाद हादसे में मध्यप्रदेश के 16 प्रवासी मजदूरों की मौत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गहरा दुख जताते हुए मजदूरों से भावुक अपील की है। मुख्यमंत्री ने मजदूरों से कहा है कि वह अपने मन से पैदल मध्यप्रदेश के लिए न निकले। जहां रूके है वहीं रहे, मध्यप्रदेश सरकार उनको घर लाने के लिए हर व्यवस्था कर रही है।
मुख्य़मंत्री ने कहा कि सरकार अब तक सवा लाख मजदूरों को ट्रेन और बसों से सुरक्षित घर ला चुकी है। उन्होंने कहा कि मजदूर भाई घर लौटने की जल्दबाजी न करें, सरकार उनको सुरक्षित उनके घर पहुंचाएगी। मजदूर जहां है वहीं रहे और वहां से मध्यप्रदेश के कंट्रोल रूम के नंबर 0755 - 2411180 पर कॉल कर अपना पंजीयन कर लें। उन्होंने कहा कि पंजीयन के बाद मजदूरों को ट्रेन चलने की सूचना दी जाएगी। उन्होंने मजदूरों से धैर्य और संयम नहीं खोने और किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं करने की अपील की है।
ट्रेन से लाए जा रहे पार्थिव शव – वहीं घटना में मारे गए सभी मजदूरों के शव स्पेशल ट्रेन से जबलपुर लाए जा रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मजदूरों के शव लाने के लिए महराष्ट्र के मुख्यमंत्री और रेल मंत्री से बात कर शव लाने की व्यवस्था की है। मृत श्रमिकों के शव ट्रेन से जबलपुर लाये जा रहे हैं, जहां से इनके शव उनके गृह स्थान भेजे जायेंगे।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद पहुँचे राज्य सरकार के दल से टेलीफोन पर बात कर दुर्घटना में घायल हुए श्रमिकों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने घायल व्यक्तियों की सहायता के लिये एक-एक लाख रूपये देने के निर्देश दिए। वहीं सरकार हादसे में मारे गए श्रमिकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता भी दे रही है।