उपचुनाव में सरकार बनी तो कोरोना से मरने वालों के परिजनों को नौकरी देगी कांग्रेस
कोरोनाकाल में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस का 'वचन'
भोपाल। 2018 के विधानसभा चुनाव में अपने लोकलुभावन वचनपत्र के सहारे 15 साल का वनवास खत्म कर सत्ता तक पहुंचने वाली कांग्रेस अब उपचुनाव में भी वचनपत्र का नुस्खा अपनाने जा रही है। 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस वोटरों के सामने 28 वचनपत्र का मेनिफेस्टो पेश करने जा रही है।
कोरोनाकाल में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के चुनावी मेनिफेस्टो में कोरोना को राजकीय आपदा घोषित करने के साथ कोरोना से परिवार के मुखिया की मौत होने पर परिवार के एक सदस्य को नौकरी और अनुग्रह राशि देने का भी एलान करने जा रही है। इसके साथ पार्टी ने अपने वचन पत्र में छत्तीसढ़ सरकार की गौ धन योजना की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी योजना लाने का वादा किया है।
कांग्रेन ने 28 लोकलुभावन वादों वाले इस वचन पत्र में लॉकडाउन की मार झेलने वाले फुटकर व्यापारियों का 50 हजार तक का कर्ज माफी का भी वादा किया है। इसके साथ पार्टी ने सत्ता में वापस आने पर घरेलु बिजली उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली 100 रूपए देने और अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का भी वादा किया है।
खास बात यह है कि कांग्रेस ने 28 विधानसभा सीटों के लिए हर सीट पर स्थानीय मुद्दों को भी अपने वचन पत्र में शामिल किया है। पार्टी के इस घोषणा पत्र को जल्द ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ भोपाल में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जारी करेंगे। पूर्व केंबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने कहा कि पार्टी अपने वचनों को हर हाल में पूरी तरह निभाती है और उपचुनाव के बाद जब पार्टी फिर सत्ता में आएगी तो फिर वह अपने सभी वचनों को पूरा करेगी।