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Last Updated :नोम पेन्ह , गुरुवार, 24 जुलाई 2025 (00:09 IST)

डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन स्कैम पर कंबोडिया में बड़ा एक्शन, 3000 से ज्यादा लोग अरेस्ट, 105 भारतीय भी

मीडिया खबरों के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की पहल पर यह कार्रवाई की गई है।

Cambodia
कंबोडिया में ऑनलाइन स्कैम और डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। मीडिया खबरों के मुताबिक अब तक हुई कार्रवाई में 3000 से ज्यादा संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें 105 भारतीय भी हैं। यह गिरफ्तारियां करीब 15 दिन तक चल रही हैं। कंबोडिया का पोइपेट शहर साइबर घोटाले और जुए के लिए मशहूर है। गिरफ्तार लोगों में करीब 20 देशों के नागरिक शामिल हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की पहल पर यह कार्रवाई की गई है। मीडिया खबरों के अनुसार गिरफ्तार किए गए भारतीयों को भारत लाया जाएगा औऱ उनसे कड़ी पूछताछ की जाएगी।
27 जून से 22 जुलाई तक अधिकारियों ने नोम पेन्ह और 16 प्रांतों में 58 स्थानों पर अभियान चलाया। इनमें कंदल, प्रीह सिहानोक, कम्पोंग स्पू, बंतेय मीनचे, क्रैटी, पुरसाट, कम्पोट, कोह कांग, ओड्डार मीनचे, स्टंग ट्रेंग, मोंडुलकिरी, पैलिन, ताकेओ, स्वे रींग, सिएम रीप और त्बोंग खमुम शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियों का अनुमान है कि साइबर घोटालों से अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोहों को सालाना अरबों डॉलर की कमाई होती है। इस अभियान में पुलिस ने कंप्यूटर और सैकड़ों मोबाइल फोन सहित कई उपकरण भी जब्त किए हैं। मंत्री ने बताया कि थाइलैंड की सीमा से सटे पोइपेट शहर में बुधवार को 45 महिलाओं समेत कम से कम 270 इंडोनेशियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। 
 
किस देश के कितने नागरिक
ऑनलाइन घोटालों से निपटने के लिए गठित तदर्थ समिति के सचिवालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक छापेमारी के दौरान 3,075 संदिग्धों (जिनमें 606 महिलाएं थीं) को गिरफ्तार किया गया। इनमें 1,028 चीनी, 693 वियतनामी, 366 इंडोनेशियाई, 105 भारतीय, 101 बांग्लादेशी, 82 थाई, 57 कोरियाई, 81 पाकिस्तानी, 13 नेपाली, चार मलेशियाई और फिलीपींस, लाओस, कैमरून, नाइजीरिया, युगांडा, सिएरा लियोन, मंगोलिया, रूस और म्यांमार के अन्य नागरिक शामिल थे।
ऑनलाइन गेमिंग से जाल में
मीडिया खबरों के अनुसार भारतीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को लंबे समय से यह सूचना मिल रही थी कि डिजिटल अरेस्ट का यह गोरखधंधा कंबोडिया से संगठित तरीके से संचालित किया जा रहा था। लोगों को नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया ले जाया या भेजा जाता था और उनको ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर निर्दोषों का फंसाने का काम करवाया जाता था। हालांकि अभी तक गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारत सरकार की ओर से इस पर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कंबोडिया में यह कार्रवाई बेहद गोपनीय तरीके से की गई। 
क्या कहा था कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री हुन मानेट ने ‘सुरक्षा-व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा बनाए रखने’ के लिए संबंधित विभागों को कार्रवाई करने का अधिकार देते हुए यह आदेश जारी किया था। मानेट ने एक बयान में कहा कि सरकार ने पाया है कि ऑनलाइन (साइबर) घोटाले वर्तमान में दुनिया और क्षेत्र में खतरा व असुरक्षा पैदा कर रहे हैं। कंबोडिया में, विदेशी आपराधिक समूह भी साइबर घोटाले करने के लिए घुसपैठ कर चुके हैं। सूचना मंत्री नेथ फेकट्रा और पुलिस के बयानों के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में राजधानी नोम पेन्ह व सिहानोकविले से 200 से ज्यादा वियतनाम नागरिकों, चीन के 27 नागरिकों, ताइवान के 75 और कंबोडिया के 85 नागरिक शामिल हैं। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma