निशांक राठौर के फोन से ही ‘सिर तन से जुदा’ वाली पोस्ट सोशल मीडिया पर हुई थी शेयर, बोले गृहमंत्री, मौत में धर्म से जुड़े सबूत नहीं
भोपाल। इंजीनियरिंग स्टूडेंट निशांक राठौर की मौत की अब तक पुलिस जांच में धर्म से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है। पुलिस की जांच में अब तक निशांक के सुसाइड करने के ही सबूत मिले है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज सिलसिलेवार घटना की जानकारी देते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है जिसका नेतृत्व रायसेन के एडिशनल एसपी कर रहे है। एसआईटी में एक एसडीओपी, तीन टीआई और चार सब इंस्पेक्टर शामिल है।
निशांक की मौत पर क्या कहा गृहमंत्री ने?- गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ने कहा कि पुलिस में अब तक की जांच में सामने आया है कि निशांक रविवार को भोपाल से सिवनी मालवा जाने के लिए निकला था। भोपाल से लेकर घटना स्थल तक कई स्थानों पर वह सीसीटीवी में अकेला नजर आया है। गृहमंत्री ने बताया कि पुलिस जांच में भोपाल में जो सीसीटीवी खंगाले गए है उसमें निशांक के रविवार शाम 4.08 मिनट पर टीटी नगर इलाके से सिवनी मालवा निकलने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद शाम 5.09 मिनट पर बासकुंवर के आईओसीएल के पेट्रोल पंप पर निशांक सीसीटीवी कैमरे में अकेला देखा गया। जिसके बाद 05.26 मिनट पर निशांक के फोन से ऑप इंडिया से गुस्ताख ए नबी की यही सजा सर तन से जुदा वाला पोस्ट देखी गई,जिसमें निशांक के फोन से फोटो एडिट कर जोड़ा गया।
इसके बाद शाम 05.48 मिनट पर निशांक के फोन से इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर हुई। इसके साथ शाम 05.50 मिनट पर उसी फोन से फेसबुक पर फोटो शेयर हुई है औऱ शाम 6.02 मिनट पर मौके से गुजरने वाली ट्रेन से कटकर निशांक की मौत हुई है और शाम 07.00 मिनट पर निशांक राठौर का शव चौकी बरखेड़ा में रेलवे ट्रैक से बरामद हुआ। गाड़ी घटना स्थल से 100 मीटर दूर सड़क किनारे मिली है।
गृहमंत्री ने बताया कि निशांक राठौर के मोबाइल से जो आखिरी पोस्ट और फोटो शेयर की गई थी उसकी भी जांच की गई है। जांच में यह पाया गया है कि उसके मोबाइल का प्रयोग अन्य किसी ने नहीं किया है। इसके साथ निशांक के मोबाइल और सोशल मीडिया से धर्म से जुड़ी किसी भी प्रकार की पोस्ट नहीं मिली है। आगे की जांच के लिए निशांक के लैपटॉप और मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए साइबर सेल भेज दिया गया है और एसआईटी की जांच निरंतर जारी है।
मैसेज से निशांक की मौत पर सस्पेंस-सिवनी मालवा का रहने वाले निशांक राठौर जो भोपाल में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहा था कि ट्रेन से कटकर मौत मामले में एक विवादित मैसेज से सस्पेंस बन गया है। भोपाल में रहने वाले बीटेक के छात्र निशांक राठौर की मौत मामले में फेसबुक पोस्ट और इंस्टाग्राम स्टोरी से विवादित पोस्ट ने पूरे मामले को उलझा दिया है। इंस्टाग्राम पोस्ट पर निशांक की फोटो पर लिखा हुआ है गुस्ताख ए नबी की यही सजा सर तन से जुदा।
वहीं निशंक के पिता उमाशंकर राठौर का भी दावा है कि निशांक की मौत से पहले उनके फोन पर एक मैसेज आया था जिसमें लिखा कि “गुस्ताख ए नबी की इक ही सजा”। पिता उमाशंकर राठौर ने निशांक के आत्महत्या की संभावना से इंकार किया है। वहीं पुलिस जांच में यह भी सामने आय़ा है कि निशांक पढ़ाई के दौरान ही शेयर बाजार में निवेश करता था जिसके चलते वह काफी कर्ज में था। गृहमंत्री ने कहा कि परिवार वालों को निशांक के शेयर मार्केट में निवेश करने की जानकारी थी।