शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. डॉयचे वेले
  3. डॉयचे वेले समाचार
  4. smuggling of soda to save tax on sugar
Written By DW
Last Modified: रविवार, 31 अक्टूबर 2021 (07:46 IST)

चीनी पर लगने वाले टैक्स को बचाने के लिए सोडा की तस्करी

चीनी पर लगने वाले टैक्स को बचाने के लिए सोडा की तस्करी - smuggling of soda to save tax on sugar
चीनी पर लगे टैक्स की वजह से पुर्तगाल में तस्करों का एक नया समूह उभर कर सामने आया है। यह समूह स्पेन की सीमा पर मौजूद बॉर्डर क्रॉसिंग के जरिए सोडा की तस्करी करता है। पुर्तगाल को चीनी पर टैक्स लगाने की जरूरत ही क्यों पड़ी?
 
सीमा शुल्क अधिकारी हेल्डर मेंडेस को यह याद नहीं है कि उन्होंने इस साल अक्टूबर महीने में हर दिन कितने ट्रकों को रोका और उनकी जांच की। मेंडेस की ड्यूटी स्पेन और पुर्तगाल की सीमा पर स्थित विलर फॉर्मोसो पर लगी हुई है। यह पुर्तगाल की सबसे व्यस्त सीमा चौकियों में से एक है।
 
आज अक्टूबर महीने का ही एक दिन है। सुबह के सात बजे हैं। मेंडेस अपने पांच सहयोगियों के साथ स्पेन से आने वाले ट्रकों की जांच कर रहे हैं। वह एक ट्रक को रोकते हैं, "नमस्ते, अपने कागज दिखाइए। इस ट्रक में क्या है? इसका वजन कितना है?" सीमा शुल्क के अधिकारी ट्रकों में एक प्रतिबंधित वस्तु की तलाश कर रहे हैं, जिसकी इन दिनों काफी ज्यादा मात्रा में तस्करी की जा रही है। वह वस्तु है, सॉफ्ट ड्रिंक।
 
पुर्तगाल में सॉफ्ट ड्रिंक पर चीनी टैक्स लागू होता है जबकि, स्पेन में इस पर सिर्फ वैट (वैल्यू ऐडेड टैक्स) लगता है। इसकी वजह से पुर्तगाल में सॉफ्ट ड्रिंक की कीमत ज्यादा है। नतीजा, सॉफ्ट ड्रिंक को अवैध रूप से स्पेन से पुर्तगाल में लाया जाने लगा है। इसने एक नए संगठित अपराध को जन्म दिया है। हालांकि, पुर्तगाल सरकार देश की सीमाओं पर स्थित सभी सीमा चौकियों पर गहन जांच अभियान चलाकर अवैध रूप से लाए जा रहे सॉफ्ट ड्रिंक को जब्त कर रही है, ताकि इसकी तस्करी पर लगाम लगाई जा सके।
 
पेशेवर सोडा तस्कर
पुर्तगाल ने 2017 में सॉफ्ट ड्रिंक पर टैक्स लगाया था। पुर्तगाली जीएनआर राष्ट्रीय पुलिस के आपराधिक जांच विभाग के प्रमुख और सीमा शुल्क जांच अधिकारी हेल्डर फर्नांडीस कहते हैं, "पिछले दो सालों के दौरान न सिर्फ सॉफ्ट ड्रिंक की तस्करी बढ़ी है बल्कि अब यह संगठित पेशा बन गया है।"
 
डेढ़ साल पहले एक तलाशी अभियान ने साबित कर दिया था कि तस्कर कितने पेशेवर हो गए हैं। उस समय पुलिस ने 600 हेक्टोलीटर (15,850 गैलन) से अधिक बिना टैक्स वाला सोडा जब्त किया था। यह अब तक की सबसे बड़ी जब्ती थी। इतने सोडा पर करीब 40,000 यूरो का टैक्स बनता है।
 
यूरोपीय संघ में टैक्स को लेकर असमानता
फर्नांडीस कहते हैं, "समस्या यह है कि यूरोपीय संघ में टैक्स को लेकर कोई समानता और सामंजस्य नहीं है। यह वैट से लेकर चीनी पर लगने वाले टैक्स सभी के लिए है। चीनी-टैक्स लगाने का मकसद इसके इस्तेमाल को कम करना है। यह टैक्स भले ही कम है, लेकिन जब ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल करना होता है, तो फर्क पड़ता है।"
 
इसलिए, मेंडेस और उनके सहयोगी ट्रकों की तलाशी लेते हैं। वे सामानों से लदे पैलेट की जांच करते हैं, टैंकर ट्रकों पर चढ़कर बिना टैक्स वाले ड्रिंक की तलाश करते हैं, और अपने लैपटॉप पर टैक्स फॉर्म के साथ लोडिंग दस्तावेजों का मिलान करते हैं।
 
मेंडेस कहते हैं, "यह सब करना आसान काम नहीं है। हमें काफी सारे डेटा का मिलान करना पड़ता है।" मेंडेस और उनके सहयोगियों को यह पता लगाना होता है कि स्पैनिश वैट पहले ही ले लिया गया है या नहीं, पुर्तगाल में लगने वाले वैट का भुगतान किया गया है या नहीं, और क्या सबूत है कि चीनी पर लगने वाले टैक्स का भुगतान कर दिया गया है?
 
मेंडिस और उनके सहयोगी सीमाओं पर जो समय खर्च करते हैं उसका सकारात्मक प्रभाव पूरे देश में पड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कई सोडा पॉप उत्पादकों ने अपने ड्रिंक में चीनी की मात्रा कम कर दी है और खपत में गिरावट आई है। चीनी पर प्रति हेक्टोलीटर सिर्फ 1 यूरो का टैक्स लगता है, इसके बावजूद इस टैक्स की वजह से मधुमेह और मोटापे सहित अन्य बीमारियों से लड़ने में सफलता मिल रही है।
 
मुनाफे का सौदा
मेंडेस कहते हैं, "जो लोग टैक्स को गंभीरता से नहीं लेते हैं, वही लोग ज्यादातर स्पेन से आने वाले सस्ते ड्रिंक का इस्तेमाल करते हैं। आखिर, लोग बच्चों के जन्मदिन की पार्टी के लिए सॉफ्ट ड्रिंक खरीदने स्पेन नहीं जाते हैं। हम उन पेशेवरों को पकड़ने का काम कर रहे हैं जो बड़े पैमाने पर तस्करी कर रहे हैं।"
 
स्पेन से अवैध रूप से सॉफ्ट ड्रिंक लाकर पुर्तगाल में बेचना मुनाफे का सौदा बन गया है। फर्नांडीस एक ऐसे मामले को याद करते हैं जहां कैफीन वाले नींबू पानी के एक कैन की कीमत 50 सेंट थी जबकि, आमतौर पर इसकी कीमत यूरो में होती है। उन्होंने कहा कि विक्रेताओं को काफी ज्यादा फायदा होता था। इसी तरह, तस्करी करके लाए गए सोडे से काफी ज्यादा मुनाफा होता है। इसलिए, जांच की प्रक्रिया अब सिर्फ बॉर्डर क्रांसिंग तक ही सीमित नहीं है। वह कहते हैं, "अब हम देश में और दुकानों पर लगे हुए ट्रकों की भी नियमित तौर पर जांच करते हैं।"
 
दोपहर के बाद का समय हो चुका है। सीमा-शुल्क के 48 अधिकारी करीब 500 ट्रकों की जांच कर चुके हैं। हालांकि, उन्हें अभी तक किसी ट्रक से अवैध तरीके से लाया जा रहा सॉफ्ट ड्रिंक नहीं मिला। अब मेंडेस और उनकी टीम के लोग बॉर्डर को छोड़कर अपने घर आराम करने जा रहे हैं। कल सुबह फिर वे इसी काम में लग जाएंगे।
 
रिपोर्टः योआखेन फागेट (लिस्बन)
ये भी पढ़ें
अखिलेश यादव के साथ दूसरी पार्टियों के विधायक क्यों आ रहे?