वजन कम कर फैटी लिवर हो सकता है नियंत्रित
जिन लोगों को अधिक वजन होने से फैटी लिवर की बीमारी होती है, वे वजन को कम करके इसे नियंत्रित कर सकते हैं। ये बात एक रिसर्च में सामने आई है।
लगभग सभी लोगों के पेट में थोड़ी बहुत चर्बी होती है, लेकिन जब यह चर्बी 5 प्रतिशत से अधिक हो जाती है तो इसका इलाज जरूरी हो जाता है। यदि ऐसा होने की वजह ज्यादा शराब पीना नहीं है तो इसे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजिज (NAFLD) कहते हैं और यह प्राय: मोटापा या खाने की कुछ आदतों से जुड़ा होता है।
वर्तमान विश्लेषण के लिए शोधकर्ताओं ने 2,588 मरीजों के डाटा का अध्ययन किया जो कि वजन घटाने के लिए 22 क्लिनिक ट्रायल दे रहे थे। शोधकर्ताओं ने 15 में व्यावहारिक रूप से वजन घटाने के कार्यक्रमों का अध्ययन किया। छह अध्ययन दवाओं और एक वजन घटाने के लिए की गई सर्जरी पर की गई। अध्ययन में यह भी देखा गया कि क्या उन हस्तक्षेपों से NAFLD के लिए बायोमार्कर में सुधार होता है जो गंभीर जटिलताओं की संभावना का अनुमान लगाने में मदद कर सकते हैं।
अध्ययन में ये भी पाया गया कि जिन्होंने कम वजन घटाने या नहीं घटाने का समर्थन किया, उनकी तुलना में ज्यादा वजन घटाने का समर्थन करने वालों की सेहत में काफी सुधार देखा गया। ज्यादा वजन घटाने का समर्थन करने वालों के खून में लीवर एंजाइम की मात्रा तथा ब्लड शुगर में सुधार और हार्मोन इंसुलिन या इंसुलिन प्रतिरोध के प्रति संवेदनशीलता कम हुई।
ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता और अध्ययन के प्रमुख लेखक दिमित्रियोस कूटूकिडिस ने कहा, "यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि वजन घटाने से लीवर की हालत में सुधार होता है। हमने पाया कि वजन कम होने से ब्लड शुगर के लेवल में नियंत्रण और इंसुलिन प्रतिरोध में कमी के माध्यम से NAFLD में सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे अच्छे से समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।"
वजन कम करने के अलग-अलग दृष्टिकोण इस बात पर प्रभाव नहीं डालते हैं कि लिवर में फाइब्रोसिस, या दाग पहले की तुलना में बेहतर हुआ या खराब। शोधकर्ताओं ने अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की पत्रिका जेएएमए इंटरनल मेडिसीन में कहा कि कम से कम आधे लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। ऐसे में दुनिया भर में चार वयस्कों में से एक में NAFLD होता है। इसका कोई इलाज नहीं है। डॉक्टर यह सलाह देते हैं कि कैलोरी को कम कर वजन कम करें और अधिक से अधिक व्यायाम करें। वे कभी-कभी वजन कम करने के लिए सर्जरी या दवाओं के इस्तेमाल की भी सलाह देते हैं। शोध के नए नतीजों के अनुसार NAFLD से प्रभावित लोगों के लिए क्लिनिकल गाइडलाइन को बदलने और वजन कम करने की सलाह दी गई है।
अध्ययन की एक सीमा यह भी है कि छोटे छोटे अध्ययनों में वजन घटाने की विभिन्न अवधियों और विभिन्न तरीकों से लीवर की बीमारी की जांच के मामलों का आकलन किया गया है। कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय में फैटी लीवर क्लिनिक के निदेशक डॉ. डेनियल ब्रैंडमैन ने कहा, "खाने की आदत में बदलाव और व्यायाम में वृद्धि से वजन कम किया जा सकता है, जो कि फैटी लीवर में सुधार कर सकता है। आदर्श रूप से, रोगियों को अपने वजन में 7% की कमी और NAFLD में लंबे समय तक सुधार के लिए इस वजन को कम बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। मरीजों में अपनी बीमारी को सुधारने या ठीक करने की क्षमता होती है। हालांकि, उन्हें पता होना चाहिए कि यह सिर्फ इच्छाशक्ति नहीं, बल्कि लंबी दौड़ है। हालांकि वजन कम करना और आदतों में बदलाव करना कई मरीजों के लिए काफी मुश्किल होता है।"
आरआर/एमजे (रॉयटर्स)