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Written By DW
Last Modified: बुधवार, 25 जून 2025 (10:26 IST)

मेघालय ने पर्यटकों की सुरक्षा के लिए बनाई कार्य योजना

हाल के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड के सिलसिले में मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा के मुद्दे पर भी कई सवाल उठे थे। अब मेघालय सरकार ने राज्य को पर्यटकों के लिए और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं।

meghalaya tourism
प्रभाकर मणि तिवारी
इंदौर के रहने वाले राजा और सोनम रघुवंशी 11 मई को अपनी शादी के बाद हनीमून के लिए मेघालय गए थे वहां से 23 मई को दोनों लापता हो गए थे। राज्य के सोहरा इलाके से बीती दो जून को एक खाई से राजा का शव बरामद किया गया था। इस बीच, इन दोनों के परिजनों के अलावा हजारों लोग सोशल मीडिया पर मेघालय में पर्यटकों की सुरक्षा और पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल उठाने लगे थे। लेकिन बाद में जांच से सामने आया कि सोनम ने ही सुपारी देकर राजा की हत्या कराई थी।
 
इस घटना का राज्य के पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ा और पर्यटकों की तादाद में कुछ गिरावट दर्ज की गई थी। उसी के बाद सरकार ने इस दिशा में ठोस पहल की है।
 
गाड़ी और रुकने की जगह का पंजीकरण अनिवार्य
राज्य को पर्यटकों के लिए और सुरक्षित बनाने के लिए एक बहुआयामी कार्य योजना बनाई गई है। इसके तहत पर्यटकों के राज्य में प्रवेश और निकास की निगरानी के साथ ही पर्यटकों की ओर से दोपहिया और चार पहिया वाहनों को (सेल्फ ड्राइविंग के लिए) किराए पर लेने पर पाबंदी लगा दी गई है। पर्यटक अब पर्यटन विभाग के पास गैर-पंजीकृत निजी वाहन भी किराए पर नहीं ले सकेंगे।
 
मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह डीडब्ल्यू को बताते हैं, "अब राज्य के तमाम होटलों, होमस्टे और गेस्ट हाउस में पर्यटकों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए सरकार ने एक नया पर्यटन ऐप बनाया है। इसी के जरिए पंजीकरण करना होगा। यह ऐप सीधे स्थानीय पुलिस के डेटाबेस से जुड़ा है। इससे पर्यटकों के पहचान की पुष्टि के साथ ही उनकी निगरानी में भी मदद मिलेगी।"
 
उनके मुताबिक, इस ऐप में मेघालय में प्रवेश करने वाले तमाम पर्यटकों का डेटा पहले से मौजूद होगा। इस डेटा को स्थानीय पुलिस स्टेशन के साथ भी साझा किया जाएगा। इससे सरकार और पुलिस के पास ताजा जानकारी रहेगी कि कौन पर्यटक कहां ठहरा है। ऐसे में किसी हादसे या घटना की स्थिति में उनको तत्काल ट्रैक किया जा सकेगा। मंत्री ने चेतावनी दी है कि पर्यटकों का पंजीकरण नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
 
सरकार की नई कार्ययोजना के तहत अब राज्य में प्रवेश करने और बाहर निकलने वाले पर्यटकों का पूरा डेटा सीमा पर बनी चौकियों में रखे रजिस्टर में दर्ज होगा। इसे रोजाना ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने पर्यटकों को ढोने वाले निजी वाहनों पर भी पाबंदी लगा दी है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। निजी वाहनों पर लगी पाबंदी से पैदा होने वाली कमी दूर करने के लिए सरकार अपने नए वाहन सड़कों पर उतारने की योजना बना रही है।
 
मंत्री पॉल लिंगदोह ने बताया कि सरकार अगले महीने 50 नए पर्यटन वाहन सड़कों पर उतारेगी। इसके लिए निजी-सार्वजनिक भागीदारी के तहत निजी उद्यमियों को भी जोड़ा जाएगा। भविष्य में ऐसे वाहनों की तादाद और बढ़ाई जाएगी। इन वाहनों के जरिए सरकार पर्यटकों की डिजिटल ट्रैकिंग कर सकेगी।
 
पर्यटकों की मदद के लिए लाए जाएंगे 'टूरिस्ट बडी'
सरकार ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चार प्रमुख पर्यटन स्थलों-शिलांग, सोहरा (चेरापूंजी), दावकी और मावलिनोंग में 'टूरिस्ट बडी' यानी पर्यटक मित्र बहाल करने की पहल की है। इसके तहत स्थानीय युवाओं को पर्यटकों की सहायता के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। उनको इन पर्यटन केंद्रों के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर भी तैनात किया जाएगा।
 
पर्यटन मंत्री लिंगदोह के मुताबिक यह लोग 'पर्यटन के राजदूत' के तौर पर पर्यटकों और स्थानीय अधिकारियों के बीच ब्रिज का काम करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे रोजगार भी पैदा होगा और पर्यटकों का भरोसा भी बढ़ेगा, और धीरे-धीरे इन लोगों को दूरदराज के दुर्गम पर्यटन स्थलों पर भी तैनात किया जाएगा।
 
लिंगदोह के मुताबिक, सरकार मेघालय रेजिडेंट्स एंड सिक्योरिटी एक्ट को और धारदार बनाने पर विचार कर रही है, जिससे अपराधों पर नियंत्रण में मदद मिलेगी। मंत्री ने माना है कि हाल के महीनों में राज्य में पर्यटकों की तादाद में गिरावट आई है। लेकिन इसके लिए राजा रघुवंशी हत्याकांड के अलावा हाल की बाढ़ और ट्रैफिक व्यवस्था जैसी कई दूसरी चीजें भी जिम्मेदार है।
 
राजा रघुवंशी हत्याकांड का असर
मेघालय पर्यटन विकास निगम के निदेशक और मेघालय रूरल टूरिज्म फोरम के सलाहकार एलन वेस्ट खारकोंगर डीडब्ल्यू से कहते हैं, "राजा रघुवंशी हत्याकांड जैसी घटनाएं बढ़ने की स्थिति में सोहरा (पहले चेरापूंजी) इलाके में पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ना तय है। उनका कहना है कि सोहरा एक विस्तृत इलाका है और हर जगह पुलिस की तैनाती संभव नहीं है। लेकिन पर्यटकों की सुरक्षा के लिए स्थानीय समुदाय की मदद लेने पर विचार किया जा रहा है।"
 
फोरम ने सरकार से बिना गाइड के पर्यटकों के ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में ट्रैकिंग पर पाबंदी लगाने की अपील की है। फोरम के सलाहकार खारकोंगर कहते हैं, "अब तक गाइड लेना या नहीं लेना पर्यटकों की मर्जी पर निर्भर था। लेकिन इसे अनिवार्य करने की स्थिति में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।"
 
पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह कहते हैं कि किसी एक घटना की वजह से पूरे मेघालय को असुरक्षित करार देना उचित नहीं है। उनका कहना था, "थाईलैंड में हाल में मेघालय का एक व्यक्ति लापता हो गया था। तो क्या थाईलैंड को पर्यटकों के लिए असुरक्षित कहा जा सकता है?" मंत्री के मुताबिक, अधिकृत गाइड के बिना वीरान इलाकों में ट्रैकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। सरकार ने कहा है कि पर्यटक हमारे अतिथि है। वो यहां घूमने आएं। उनको पूरी सुरक्षा मिलेगी। लेकिन यहां कोई समस्या पैदा करने या किसी अपराध में शामिल होने की स्थिति में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
 
राजधानी शिलांग के एक ट्रैवल एजेंसी मालिक केपी मराक डीडब्ल्यू से कहते हैं, "राजा रघुवंशी कांड के बाद कई पर्यटको ने बुकिंग रद्द कर दी थी। लेकिन सरकार की ताजा पहल से दुर्गा पूजा और दीपावाली के सीजन में पर्यटकों की तादाद बीते साल के मुकाबले बढ़ने की उम्मीद है। आम धारणा के विपरीत यह राज्य पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।"
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