1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. The way Gill led the Indian team in England was unbelievable says Yuvraj Singh
Written By WD Sports Desk
Last Modified: शुक्रवार, 15 अगस्त 2025 (13:16 IST)

गिल बना यूथ टीम का लीडर, इंग्लैंड में मचाई धूम, युवराज सिंह ने की खुलकर तारीफ

Shubman Gill
भारत के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह को लगता है कि हाल के इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल का प्रदर्शन अविश्वसनीय था क्योंकि पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले विदेशी हालात में उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाए जा रहे थे। हाल में एंडरसन-तेंदुलकर टेस्ट श्रृंखला के दौरान गिल ने चार शतक बनाए और 754 रन के साथ शीर्ष स्कोरर रहे। इस उपलब्धि ने उन्हें सेना (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देश में टेस्ट श्रृंखला में 700 से अधिक रन बनाने वाला पहला एशियाई बल्लेबाज बना दिया और इस प्रदर्शन ने मेहमान टीम को पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला 2-2 से ड्रॉ कराने में मदद की।
 
भारत के तीन दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के लंबे प्रारूप के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद 25 वर्षीय गिल ने इस मुश्किल दौरे पर युवा टेस्ट टीम का नेतृत्व किया।
 
युवराज ने महिला क्रिकेट विश्व कप टूर्नामेंट के 50 दिन की उलटी गिनती पर आयोजित ‘50 डेज टू गो’ कार्यक्रम के इतर आईसीसी डिजिटल से कहा, ‘‘उनके विदेशी रिकॉर्ड पर कई सवालिया निशान थे। वह (गिल) कप्तान बने और चार टेस्ट शतक जड़े। यह अविश्वसनीय है कि जब आपको जिम्मेदारी दी जाती है तो आप उसे कैसे लेते हैं। ’’


 
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुझे उन पर (भारतीय टीम पर) बहुत गर्व है। मुझे निश्चित रूप से लगता है कि यह हमारी जीत है, हालांकि यह श्रृंखला ड्रॉ रही क्योंकि यह युवा टीम है। और इंग्लैंड में जाकर खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं है। ’’
 
विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत, आकाशदीप और अर्शदीप सिंह के चोटिल होने और उनके मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के कार्यभार के कारण केवल तीन मैच खेलने के बावजूद श्रृंखला में भारत का दृढ़ संकल्प दिखा और उन्होंने ओवल में पांचवें टेस्ट में छह रन से रोमांचक जीत हासिल कर श्रृंखला बराबर कर दी।
 
गिल के ‘मेंटोर’ (मार्गदर्शक) रहे युवराज ने कहा कि कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों के बिना भी भारतीय टीम ने चुनौती का डटकर सामना किया।
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह वाकई शानदार है क्योंकि मुझे लगता है कि जब आपके पास इंग्लैंड जाने वाली युवा टीम होती है तो बहुत दबाव होता है। आप विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की जगह ले रहे होते हैं, यह आसान नहीं होता। खिलाड़ियों ने इसका डटकर सामना किया। ’’
 
उन्होंने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के प्रयासों की भी सराहना की, जिनकी लंबी साझेदारी की बदौलत भारत ने मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया।
 
युवराज ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट में वह पल शानदार था जब भारत ने टेस्ट श्रृंखला ड्रॉ कराई। मैंने बहुत लंबे समय से वाशिंगटन और जडेजा को शतक बनाते और टेस्ट मैच ड्रॉ कराते नहीं देखा। ’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत कुछ कहता है। निश्चित रूप से जडेजा लंबे समय से टीम में हैं। लेकिन मुझे लगता है कि टीम में युवा खिलाड़ी वाशिंगटन सुंदर ने जो किया वह अविश्वसनीय था। ’’ (भाषा)

ये भी पढ़ें
राष्ट्रीय खेल नीति से भारतीय खेलों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा : प्रधानमंत्री मोदी