बीपीटी के छात्रों को राहत की उम्मीद
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी (बीपीटी) के पहले साल से परेशान छात्रों को राहत मिलने की उम्मीद जागी है। नियमों में विसंगति के चलते अरसे से विद्यार्थी पहले साल की पढ़ाई में ही उलझे रहते हैं।विश्वविद्यालय में जारी नियम के अनुसार बीपीटी फर्स्ट ईयर के छात्रों को सब्जेक्ट कैरी की सुविधा नहीं दी जाती। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने भोपाल के बरकतुल्लाह विवि के बीपीटी का अध्यादेश अपने यहां लागू किया है। इसके अनुसार फर्स्ट ईयर के विद्यार्थी को सब्जेक्ट कैरी करने की अनुमति नहीं दी जाती। अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों में छात्र यदि पहले साल में एक या दो विषयों में फेल होता है तो उसे अगले वर्ष में प्रवेश मिल जाता है। साथ ही वह बीते वर्ष के कैरी विषयों को भी पढ़कर उनकी परीक्षा देता है। बीपीटी में लागू वर्तमान नियम के अनुसार छात्र को सेकंड ईयर में जाने के पहले साल के सभी विषयों में पास होना होता है। इसके चलते फिलहाल कई छात्र वर्षों तक फर्स्ट ईयर ही पढ़ते रहते हैं। इस संबंध में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकमल ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर विवि के अध्यादेश व अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों के नियमों की प्रति भी भेजी है और पूछा है कि काउंसिल निर्देशित करे कि वे किस नियम को लागू करें।