अक्षता को इंफोसिस ने दिया 126.61 करोड़ का लाभांश, कर विवाद में सुनक ने इस तरह दिया था पत्नी का साथ
नई दिल्ली। ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस में अपनी हिस्सेदारी के लिए 2022 में 126.61 करोड़ रुपए का लाभांश मिला। गौरतलब है कि अक्षता को ब्रिटेन से बाहर अपनी आय पर कर स्थिति के चलते विवादों का सामना करना पड़ा था। तब सुनक ने स्पष्ट कहा था कि वे अपनी पत्नी को भारत से संबंध तोड़ने के लिए नहीं कह सकता।
शेयर बाजारों को उपलब्ध कराई गई सूचना के मुताबिक, इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता के पास सितंबर के अंत में इन्फोसिस के 3.89 करोड़ या 0.93 प्रतिशत शेयर थे। बीएसई पर मंगलवार को 1,527.40 रुपए प्रति शेयर के भाव पर उनकी हिस्सेदारी 5,956 करोड़ रुपए की है।
इन्फोसिस ने इस साल 31 मई को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 16 रुपए प्रति शेयर के अंतिम लाभांश का भुगतान किया। कंपनी द्वारा शेयर बाजारों को दी जानकारी के मुताबिक उसने चालू वर्ष के लिए 16.5 रुपए के अंतरिम लाभांश की घोषणा की है।
दोनों लाभांश का कुल योग 32.5 रुपए प्रति शेयर है। इस तरह अक्षता को लाभांश के रूप में 126.61 करोड़ रुपए मिले। इन्फोसिस भारत में सबसे अच्छा लाभांश देने वाली कंपनियों में शामिल है।
सुनक (42) ने ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बनने को तैयार हैं। उन्होंने 2009 में अक्षता से शादी की थी और इस दंपति की दो बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं।
भारत से संबंध तोड़ने के लिए नहीं कह सकता : अक्षता पर अपने गैर-स्थानीय कर दर्जा का उपयोग कर भारी कर बचत करने का आरोप लगा था। इस संबंध में एक सवाल के जवाब में सुनक ने द सन अखबार से कहा कि हमारे मिलने से पहले, उनके इस देश में आने से पहले ही उनके (अक्षता) के पास यह (दर्जा) था। उन्होंने कहा कि अक्षता ने मुझसे शादी की है, इसलिए उन्हें अपने देश से संबंध तोड़ने के लिए कहना उचित नहीं होगा। वह अपने देश से प्यार करती हैं। जैसे मैं अपने देश से प्यार करता हूं, मैं कभी भी अपनी ब्रिटिश नागरिकता छोड़ने का सपना नहीं देखूंगा और मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करेंगे।
Edited by : Nrapendra Gupta (भाषा/वेबदुनिया)