दिवाली से पहले धनतेरस में रोशन हुआ बाजार, सिक्कों और हल्के आभूषणों की बिक्री बढ़ी
नई दिल्ली/ मुंबई। दिवाली से पहले धनतेरस में शुक्रवार को सोने और चांदी की बिक्री में तेजी आती हुई दिखाई दी और कोविड-19 महामारी के चलते वित्तीय संकट तथा सोना महंगा होने की वजह से इस दौरान सिक्कों और हल्के आभूषणों की मांग ज्यादा रही।
कारोबारियों ने बताया कि कोरोनावायरस संक्रमण के डर से ज्यादातर ग्राहकों ने अग्रिम बुकिंग करा ली थी और शुक्रवार को उन्होंने अपना ऑर्डर लिया जबकि कुछ तनिष्क और मेलोर्रा जैसे ऑनलाइन ब्रांडों के जरिए सुरक्षित खरीदारी कर रहे हैं। जो लोग इन कीमती धातुओं नहीं खरीद सकते, वे इस साल 2 दिन मनाए जा रहे धनतेरस त्योहार के मौके पर स्टील के बर्तन खरीद रहे हैं।
धनतेरस को सोना, चांदी और अन्य कीमती सामान खरीदने के लिए एक शुभ दिन माना जाता है और यह त्योहार बड़े पैमाने पर उत्तर और पश्चिम भारत में मनाया जाता है। धनतेरस में इस समय सोने की कीमत 50,000 रुपए प्रति 10 ग्राम से अधिक है, जो पिछले साल 38,096 रुपए प्रति 10 ग्राम थी।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन ने कहा कि हम सुबह से लोगों की आवाजाही देख रहे हैं, हालांकि शुक्रवार को कार्यदिवस होने के कारण शाम तक इसमें तेजी आने की उम्मीद है।वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि गुरुवार शाम से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं, लेकिन आज शुक्रवार को माहौल काफी बेहतर है। ये बिक्री में बदल पाएगी या नहीं, इसके लिए इंतजार करने की जरूरत है।
सोमसुंदरम ने आगे बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते उपभोक्ताओं के व्यवहार में भारी बदलाव आया है और इस बार ऑनलाइन बिक्री मंचों के जरिए सिक्कों और छड़ों की अधिक मांग है। इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड उपलब्ध होने के साथ निवेश पर खर्च अधिक होने की उम्मीद है।
बेंगलुरु स्थित ऑनलाइन ज्वेलरी ब्रांड मेलोर्रा के संस्थापक और सीईओ सरोजा एरमिल्ली ने कहा कि हम बिक्री में 30 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हम गुरवार को 90 प्रतिशत बढ़त हासिल कर चुके हैं। हमें आज शुक्रवार को भी अच्छी बिक्री की उम्मीद है। मुंबई के सर्राफा बाजार में यूटी झवेरी के कुमार जैन ने कहा कि सुबह से काफी संख्या में लोग आ रहे हैं और ज्यादातर लोग शादी से संबंधित आभूषण, सिक्के और चांदी के बर्तन खरीद रहे हैं। (भाषा)