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Last Updated : शनिवार, 26 अप्रैल 2025 (00:29 IST)

Reliance Industries को हुआ 22611 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा

Reliance Industries Limited
Reliance Industries Q4 Results : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 और Q4 यानि चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए। रिलायंस इंडस्ट्रीज 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की कुल इक्विटी पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई। टैक्स और असोसिएट और जेवी का हिस्सा निकालने के बाद तिमाही का लाभ 6.4% (Y-o-Y) 22,611 करोड़ रुपए ($2.6 बिलियन) रहा। रिलायंस ने 1,071,174 करोड़ रुपए ($125.3 बिलियन) का रिकॉर्ड वार्षिक कंसोलिडेटेड राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.1% अधिक है। यह उपभोक्ता व्यवसायों और O2C में निरंतर राजस्व वृद्धि के दम पर हुआ है।

रिलायंस का वार्षिक कंसोलिडेटेड EBITDA वर्ष-दर-वर्ष 2.9% बढ़कर 183,422 करोड़ रुपए ($21.5 बिलियन) हो गया, जिसमें उपभोक्ता व्यवसायों का योगदान शानदार रहा। रिलायंस का वार्षिक कंसोलिडेटेड कर पश्चात लाभ और एसोसिएट्स और JVs के लाभ/(हानि) का हिस्सा वर्ष-दर-वर्ष 2.9% बढ़कर 81,309 करोड़ रुपए ($9.5 बिलियन) दर्ज हुआ। पूंजीगत व्यय 31 मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए कुल 131,107 करोड़ रुपए ($15.3 बिलियन) रहा। 31 मार्च 2025 को रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का शुद्ध ऋण पिछले साल के मुकाबले थोड़ा बढ़ा है।

पिछली मार्च के मुकाबले शुद्ध ऋण 117,083 करोड़ रुपए ज़्यादा रहा। मार्च 2025 को समाप्त हुई तिमाही का रिलायंस का सकल राजस्व 288,138 करोड़ रुपए ($33.7 बिलियन) रहा। ये पिछले साल के मुकाबकले 8.8% ज़्यादा है। ओटूसी और कंज्यूमर बिज़नस के अच्छे प्रदर्शन के दम पर ये बेहतरी देखी गई है। कन्ज्यूमर व्यवसाय के बेहतर प्रदर्शन के चलते रिलायंस का तिमाही का EBITDA 3.6% (Y-o-Y) बढ़कर 48,737 करोड़ रुपए ($5.7 बिलियन) पहुंच गया। टैक्स और असोसिएट और जेवी का हिस्सा निकालने के बाद तिमाही का लाभ 6.4% (Y-o-Y) 22,611 करोड़ रुपए ($2.6 बिलियन) रहा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का 31 मार्च 2025 को समाप्त हुई तिमाही का कन्सोलिडेटेड पूंजीगत व्यय 36,041 करोड़ रुपए ($4.2 बिलियन) रहा। मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स का EBIDTA साल-दर-साल 18.5% बढ़कर 17,016 करोड़ रुपए हो गया। जियो का शुद्ध लाभ साल-दर-साल 25.7% बढ़कर 7,022 करोड़ रुपए दर्ज किया गया। जियो ने 61 लाख नेट ग्राहक जोड़े। यह टैरिफ वृद्धि से उपजी परिस्थितियों के बाद ग्राहकों की तादाद में निरंतर बढ़ोतरी का परिणाम है। 31 मार्च 2025 को जियो के ग्राहकों की संख्या 48 करोड़ 82 लाख रही, जिसमें 19 करोड़ 10 लाख ट्रू5जी ग्राहक शामिल हैं।

जियो का ARPU, टैरिफ बढ़ोतरी के प्रभाव और बेहतर ग्राहक मिश्रण के साथ 206.2 रुपए तक पहुंच गया, जबकि इस तिमाही में दिनों की संख्या कम थी। टैरिफ बढ़ोतरी का प्रभाव जून 2025 तक जारी रहेगा। जियो पर ग्राहकों ने 33.6 जीबी/माह प्रति व्यक्ति डेटा खपत की और तिमाही के दौरान 19.6% साल-दर-साल की वृद्धि के साथ डेटा खपत 48.9 अरब जीबी तक पहुंच गई। जियो नेटवर्क पर वॉयस ट्रैफ़िक साल-दर-साल 3.5% बढ़कर 1.49 ट्रिलियन मिनट हो गया।

रिलायंस रिटेल ने FY25 में 330,870 करोड़ रुपए का सकल राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 7.9% ज्यादा है; मार्च 2025 तिमाही में रिटेल ने 88,620 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो साल-दर-साल 15.7% अधिक है।रिलायंस रिटेल की कंज्यूमर ब्रैंड्स भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली FMCG कंपनी बन गईं हैं; ऑपरेशन के दूसरे वर्ष में ही उसकी बिक्री का आंकड़ा 11,450 रुपए करोड़ पहुंच गया है।रिलायंस रिटेल का तिमाही EBITDA साल-दर-साल 14.3% बढ़कर 6,711 करोड़ रुपए हो गया; EBITDA मार्जिन 8.5% रहा। रिटेल व्यवसाय ने 1,085 नए स्टोर खोले, कुल स्टोर्स की संख्या 19,340 तक जा पहुंची हैं, ये स्टोर कुल 7 करोड़ 74 लाख वर्ग-फीट में फैले हैं।

34 करोड़ 90 लाख पंजीकृत ग्राहक आधार के साथ रिलायंस रिटेल देश में सबसे पसंदीदा खुदरा विक्रेताओं में से एक बन गया है। कुल 36 करोड़ 10 लाख लेनदेन दर्ज किए गए, जो साल-दर-साल 16.1% अधिक है। डिजिटल कॉमर्स और न्यू कॉमर्स ने कुल राजस्व में 18% का योगदान दिया। ओटूसी व्यवसाय का तिमाही का राजस्व 0.4% (YoY) घटकर 6,440 रुपए करोड़ रहा। गैस का कम उत्पादन और केजीडी6 का कम ऑइल ऑफटेक इसकी वजह रही। इसके प्रभाव को केजीडी6 फील्ड की गैस के बढ़े हुए दाम और सीबीएम के बढ़े हुए उत्पादन ने काफी हद तक कम कर दिया।

रिलायंस के ओटूसी व्यवसाय का EBITDA विभिन्न कारणों से 10.0% (Y-o-Y) कम होकर 15,080 करोड़ रुपए ($1.8 बिलियन) रहा।जियो-बीपी ब्रैंड के तहत, रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड (RBML) के देशभर में 1,916 पेट्रोल पंप हैं। 2024 की चौथी तिमाही में इनकी संख्या 1,729 थी। RBML की एचएसडी, एमएस और एटीफ़ 24.4% / 35.4% / 46.8% (Y-o-Y) की दर से बढ़े। इसके मुकाबले इंडस्ट्री की सेल्स वॉल्यूम में बढ़ोतरी मात्र (0.9%) / 5.6% / 6.4% रही।

ओटूसी व्यवसाय का तिमाही का राजस्व 0.4% (YoY) घटकर 6,440 करोड़ रुपए रहा। गैस के कम उत्पादन और केजीडी6 के कम ऑइल ऑफटेक के प्रभाव को, केजीडी6 फील्ड की गैस के बढ़े हुए दाम और सीबीएम का बढ़ा हुआ उत्पादन।ऑइल और गैस व्यवसाय का EBITDA 8.6% कम होकर 5,123 करोड़ रुपए (Y-o-Y) रहा। वन-टाइम मेंटेनेंस और सरकारी लेवी के कारण ऑपरेटिंग कॉस्ट बढ़ा।

केजीडी6 का वर्ष 2025 की चौथी तिमाही का गैस का उत्पादन 26.73 MMSCMD और तेल/कंडेन्सेट का उत्पादन 19,600 बिलियन बैरल/ प्रतिदिन रहा। गैस का वर्तमान उत्पादन 27.3 MMSCMD है और तेल/कंडेंसेट का 20,600 बिलियन बैरल/प्रतिदिन है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए 5.5 रुपये प्रति शेयर के लाभांश यानि डिविडेंट की घोषणा की है।
mukesh ambani

परिणामों पर क्‍या बोले मुकेश अंबानी : परिणामों पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी. अंबानी ने कहा, बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य और कमजोर आर्थिक स्थितियों के कारण वित्त वर्ष 2025 वैश्विक कारोबारी माहौल के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष रहा है। परिचालन अनुशासन, ग्राहक-केंद्रित इनोवेशन और भारत की विकास आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करने से रिलायंस ने वर्ष के दौरान मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया। 
 
ऊर्जा बाजारों में अस्थिरता के बावजूद ऑयल टू केमिकल व्यवसाय ने बेहतर प्रदर्शन किया। डाउनस्ट्रीम केमिकल बाजारों में मांग-आपूर्ति असंतुलन के कारण पिछले कई वर्षों में मार्जिन कम रहा है। हमारी व्यावसायिक टीमों ने वैल्यू चेन में मार्जिन बढ़ाने के लिए एकीकृत संचालन और फीडस्टॉक लागतों को बेहतर किया है। ऑयल एंड गैस व्यवसाय ने हमारे KGD6 और CBM ब्लॉकों से उच्च उत्पादन के कारण अपना अब तक का सबसे अधिक वार्षिक EBITDA दर्ज किया है।
 
रिटेल सेगमेंट ने भी लगातार वृद्धि दर्ज की। वित्त वर्ष 2025 में, हमने अपने स्टोर नेटवर्क के रणनीतिक पुनर्संयोजन पर ध्यान केंद्रित किया, जिसका उद्देश्य परिचालन दक्षता और दीर्घकालिक स्थिरता में सुधार करना था। सभी प्रारूपों में हमारे बेहतर उत्पाद कैटलॉग और उपयोगकर्ता अनुभव ने ग्राहकों के साथ जुड़ाव को और मजबूत किया है। त्वरित हाइपरलोकल डिलीवरी ने भी बाजार में महत्वपूर्ण स्थान व गति प्राप्त की है, जो ग्राहकों के साथ मजबूती से जुड़ रही है। ओमनी-चैनल ऑफरिंग्स और व्यापक उपस्थिति रिलायंस रिटेल को अपने सभी ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने में सक्षम बनाती है। 
 
हमारे डिजिटल सेवा व्यवसाय ने रिकॉर्ड राजस्व और लाभ कमाया है। ग्राहक आधार में लगातार वृद्धि ने आय को बढ़ाया है। ग्राहकों ने हमारी 5G सेवाओं और हमारे होम ब्रॉडबैंड ऑफ़रिंग को हाथों हाथ लिया है, ग्राहकों और होम-कनेक्ट की संख्या में तेज़ वृद्धि जारी है। जियो, इनोवेशन में निवेश करता रहेगा। भारत के डिजिटल भविष्य को आकार देने वाली AI क्षमताओं और अगली पीढ़ी की तकनीकों पर हमारा ध्यान केंद्रित रहेगा। 
 
FY25 के दौरान, हमने अक्षय ऊर्जा और बैटरी संचालन में अपनी परियोजनाओं के लिए एक मजबूत नींव रखी है। आने वाली तिमाहियों में हम इस व्यवसाय को इनक्यूबेशन से ऑपरेशनलाइज़ेशन में बदलते हुए देखेंगे। मेरा दृढ़ विश्वास है कि न्यू एनर्जी ग्रोथ इंजन रिलायंस, भारत और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

ईशा एम. अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल ने राजस्व और मुनाफ़े, दोनों ही में शानदार वृद्धि दर्ज की है। हमने अपने कार्यकौशल को बढ़ाने का प्रयास किया है, इनोवेटिव फ़ॉर्मेट लाते हुए हमने प्रॉडक्ट मिक्स को बेहतर किया है। हमने टेक्नॉलोजी में निवेश किया है और ग्राहकों से ये समझने का प्रयास किया है कि उन्हें हमसे क्या चाहिए। रिटेल के भविष्य को और उज्जवल बनाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।

आकाश एम अंबानी ने कहा कि जियो लगातार ग्राहकों तक दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेक्नॉलोजी के ज़रिए कई प्रकार की सेवाएं पहुंचा रहा है। जियो को गर्व है कि दुनिया के सबसे बड़े आयोजनों में से एक, महाकुंभ में हमने अपने मजबूत और बेहतरीन नेटवर्क के दम पर करोड़ों श्रद्धालुओं तक अपनी सेवाएं पहुंचाईं। जियो अब आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के मूलभूत ढांचे को तैयार करने के काम में जुटा है ताकि जियो की सारी सेवाओं में इंटेलिजेंस की एक और परत जुड़ जाए।