नई दिल्ली। कोरोना के दूसरी लहर के बीच भारतीय रिजर्व बैंक एक्शन में नजर आ रहा है। कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बीच अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को एक अनिर्धारित संवाददाता सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
जिसकी मुख्य बातें इस तरह हैं - नए उपाए : 1. बैंकों 31 मार्च 2022 तक अस्पतालों, ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ताओं, वैक्सीन आयातकों, कोविड दवाओं को 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज देंगे।
2. आरबीआई ने 25 करोड़ रुपए तक कर्ज लेने वाले व्यक्तिगत, छोटे उधारकर्ताओं को ऋण के पुनर्गठन का दूसरा मौका दिया, यदि उन्हें पहली बार में इस सुविधा का लाभ न लिया हो तो।
3. राज्य सरकारों को 30 सितंबर तक ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठाने के नियमों में ढील दी।
4.आरबीआई ने केवाईसी अनुपालन मानदंडों को तर्कसंगत बनाने की घोषणा की, कुछ श्रेणियों के लिए वीडियो-आधारित केवाईसी का प्रावधान किया।
5. आरबीआई अर्थव्यवस्था में वित्तीय संसाधनों का प्रवाह बढ़ाने के लिए सरकारी प्रतिभूति खरीद कार्यक्रम (जी-सैप 1.0) के तहत 20 मई को 35,000 करोड़ रुपये की दूसरी खरीद करेगा।
अर्थव्यवस्था : 6. अर्थव्यवस्था उबरना शुरू हो गयी थी पर स्थित अब बदल गई है, और ताजा संकट का सामना करना पड़ रहा है।
7. आरबीआई कोविड-19 मामलों में फिर बढ़ोतरी से पैदा हुए हालात की लगातार निगरानी कर रहा है, सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
8. वायरस से लड़ने के लिए संसाधनों का उचित प्रबंधन करना होगा।
9. खाद्य और ईंधन मुद्रास्फीति ने महंगाई को बढ़ा दिया है, हालांकि सामान्य मानसून के पूर्वानुमान से खाद्य मुद्रास्फीति में मदद मिलने की उम्मीद है।
10. केंद्रीय बैंक कोविड से पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए अपरंपरागत तरीके अपने के लिए तैयार।
11. नागरिकों के तनाव को दूर करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करेगा आरबीआई।
12. वैश्विक वृद्धि के पूर्वानुमान बेहद अनिश्चित हैं, गिरावट का जोखिम बरकरार।
13. तत्काल उद्देश्य जीवन को बचाना, आजीविका बहाल करना है।
14. केंद्रीय बैंक के परिचालन को जारी रखने के लिए 250 से अधिक आरबीआई के कर्मचारी और सेवाप्रदाता घर से दूर रहकर काम कर रहे हैं।