जिनपिंग के न्योते पर चीन जाएंगे PM नरेन्द्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप को लगेगी मिर्ची
PM Narendra Modi China visit: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ युद्ध के बीच अब वैश्विक स्तर पर समीकरण बदलते दिख रहे हैं। एक तरफ भारत को दोस्त कहने वाले डोनाल्ड ट्रंप भारत से दूर होते जा रहे हैं, वहीं धुर प्रतिद्वंद्वी भारत और चीन करीब आते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 अगस्त और 1 सितंबर को चीन यात्रा पर रहेंगे। इससे पहले वे जापान भी जाएंगे। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में मोदी और जिनपिंग की मुलाकात तो होगी ही, मोदी और पुतिन के बीच भी मुलाकात हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दूसरी ओर, सितंबर के अंत में नरेन्द्र मोदी अमेरिका का दौरा भी करेंगे। वे वहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में भाग ले सकते हैं। इस दौरान मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से द्विपक्षीय मुलाकात होने की भी संभावना है। बैठक में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधी मुद्दों, खासकर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी टैरिफ पर चर्चा हो सकती है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए भारत जिम्मेदार : मोदी जिनपिंग की मुलाकात ट्रंप को बिलकुल भी रास नहीं आएगी। हालांकि इन दिनों अमेरिका का भारत विरोधी रुख लगातार देखने को मिल रहा है। ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। नवारो ने कहा कि शांति का रास्ता भारत से होकर जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं भारत से प्यार करता हूं और मोदी एक महान नेता हैं। नवारो ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर एतराज जताया।
प्रधानमंत्री मोदी 29 अगस्त को जापान और चीन की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। अपनी यात्रा के पहले चरण में मोदी जापान की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। प्रधानमंत्री की दोनों एशियाई देशों की यात्रा की घोषणा चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा के कुछ ही दिनों बाद हुई है।
जापान की 8वीं यात्रा : विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 और 30 अगस्त को जापान में रहेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में यह मोदी की जापान की 8वीं यात्रा होगी। मंत्रालय ने कहा कि मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिगेरु इशिबा, भारत और जापान के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी की समीक्षा करेंगे।
मंत्रालय ने कहा कि मोदी और इशिबा रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, एवं लोगों के बीच आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग पर विचार-विमर्श करेंगे, साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता के दीर्घकालिक विशेष बंधन को और मजबूत करेगी।
कई नेताओं से हो सकती है द्विपक्षीय बैठक : अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के निमंत्रण पर, 31 अगस्त से एक सितंबर तक चीन की यात्रा करेंगे। वह 31 अगस्त और एक सितंबर को चीनी शहर तियानजिन में आयोजित होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि शिखर सम्मेलन से इतर, प्रधानमंत्री के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है।
(एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala