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Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 12 अगस्त 2025 (17:40 IST)

1,000 रुपए सस्ता हुआ सोना, चांदी की कीमतों में 2,000 की गिरावट, Gold ETF में निवेश में क्यों आ रही है गिरावट

Gold price
वैश्विक बाजारों में बिकवाली के चलते मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 1,000 रुपए गिरकर 1,01,520 रुपए प्रति 10 ग्राम रही। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,02,520 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। स्थानीय बाजारों में, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना मंगलवार को 1,000 रुपए टूटकर 1,01,100 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रहा।
अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चिंतन मेहता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यह स्पष्ट करने के बाद कि सोने के आयात पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा, सोने की कीमतों में गिरावट आई। हालांकि व्हाइट हाउस की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है, लेकिन इस घोषणा से व्यापार संबंधी चिंताएं कुछ कम हो गई हैं।''
 
इसके अलावा व्हाइट हाउस ने सोमवार को घोषणा की कि चीन पर लगाया गया भारी शुल्क अब 11 नवंबर तक निलंबित रहेगा। मेहता ने कहा कि इस फैसले से फिलहाल वृहत आर्थिक तनाव को कम करने में मदद मिली है, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई।
 
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे बढ़कर 87.65 पर पहुंच गया। इस बीच मंगलवार को चांदी 2,000 रुपए की गिरावट के साथ 1,12,000 रुपए प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के भाव पर थी। सोमवार को यह 1,14,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में हाजिर सोना 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,347.18 डॉलर प्रति औंस पर रहा। ऑगमोंट की शोध प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा कि सोमवार को ट्रंप के सोने पर शुल्क न लगाने की घोषणा से धातु के आयात मूल्य में भारी वृद्धि की चिंताएं कम हो गईं, जिससे कीमतें 3,400 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ गईं। विदेशी बाजारों में हाजिर चांदी लगभग एक प्रतिशत बढ़कर 37.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।
 
गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश जुलाई में इससे पिछले महीने के मुकाबले 40 प्रतिशत घटकर 1,256 करोड़ रुपए रहा। सोने की ऊंची कीमतों, खासकर शुल्क से जुड़ी खबरों को लेकर चिंताओं के कारण इसमें कमी आई। इस गिरावट के बावजूद, जुलाई के आंकड़े लगातार तीसरे महीने सकारात्मक निवेश को दर्शाते हैं।
 
जर्मिनेट इन्वेस्टर सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष जोसेफ ने कहा कि पिछले दो वर्षों में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद इस वक्त निवेशकों के लिए सोने की चाल का अनुमान लगाना मुश्किल है। इस बात को लेकर चिंता लगातार बढ़ रही है कि क्या निवेशक ऊंचे स्तरों पर खरीदारी जारी रखेंगे।
 
उन्होंने कहा कि कई निवेशक बचाव के तौर पर सोने में कुछ निवेश करना चाहते हैं, लेकिन मौजूदा कीमतों को देखते हुए वे सतर्क बने हुए हैं।'' एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार जुलाई में गोल्ड ईटीएफ में 1,256 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश हुआ, जो जून में दर्ज 2,081 करोड़ रुपए से कम है। इस साल जनवरी-जुलाई के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 9,277 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ है। इससे पता चलता है कि पोर्टफोलियो में रणनीतिक आवंटन के रूप में इसकी भूमिका बढ़ रही है।
 
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक (प्रबंधक अनुसंधान) नेहल मेश्राम ने कहा कि लगातार मांग, अस्थिर वैश्विक ब्याज दरों और भू-राजनीतिक जोखिमों सहित दीर्घकालीन वृहद अनिश्चितताओं के बीच सोने को लेकर रुचि बनी हुई है। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma
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