J&K: 2 गैस सिलेंडरों से अटैच 15 किलो की आईईडी को नष्ट किया सुरक्षाबलों ने
जम्मू। जम्मू पुलिस को एक अहम सफलता मिली है। उसने कश्मीर में बांडीपोरा सोपोर हाईवे पर 2 गैस सिलेंडरों से अटैच की गई करीब 15 किलो की आईईडी को तबाह कर बड़े हादसे को टाल दिया है। आतंकवादियों ने बांडीपोरा-सोपोर हाईवे पर 16 किलो आइईडी लगा रखी थी जिसका सुरक्षाबलों ने समय रहते पता लगा लिया और फिर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसे निष्क्रिय बना दिया।
बांदीपोरा जिले के बडियारा और कानबठी गांवों के बीच एक सड़क पर आईईडी (विस्फोटक) मिला है। सुरक्षाबलों ने इसके बाद बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया। कुछ देर के लिए मार्ग को बंद किया गया, साथ ही आसपास के इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोरा के अस्तांगू इलाके में करीब 15-16 किलोग्राम वजनी ये आइईडी 2 गैस सिलेंडर के साथ लगाई गई थी। सेना की कानवाई रवाना होने से पहले रोड ओपनिंग पार्टी जब हाईवे की जांच कर रही थी, तभी उन्हें सड़क किनारे एक संदिग्ध वस्तु दिखी।
पुलिस का कहना है कि ये आइईडी हाईवे के किनारे लगाई गई थी। यदि आतंकवादी अपनी साजिश में कामयाब हो जाते तो इससे सुरक्षाबलों के साथ-साथ आम लोगों को भी काफी नुकसान पहुंचता।
आइईडी को हाईवे से हटाकर बड़े ही एहतियात के साथ रिहायशी इलाके से दूर ले जाकर निष्क्रिय बना दिया गया है। आइईडी निष्क्रिय करने के बाद बांडीपोरा-सोपोर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को फिर से बहाल कर दिया गया है।
इससे पहले गुरुवार को जम्मू संभाग के रामबन के गूल वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों को एक संदिग्ध बैग में से 3इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) मिले थे। कश्मीर के साथ-साथ जम्मू संभाग में आईईडी मिलना बड़ी चुनौती बन गया है। कभी स्टिकी बम, कभी टिफिन आईईडी और प्रेशर कुकर आईईडी। पिछले 10 महीनों में जम्मू संभाग के अलग-अलग जिलों में 15 बार आईईडी बरामद होने के मामले सामने आ चुके हैं।
Edited by: Ravindra Gupta