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Last Updated : गुरुवार, 7 सितम्बर 2017 (23:43 IST)

पुतिन बोले, बड़े विवाद में नहीं बदलेगा उत्तर कोरिया संकट...

पुतिन बोले, बड़े विवाद में नहीं बदलेगा उत्तर कोरिया संकट... - Vladimir Putin, North Korea Dispute
व्लादिवोस्तोक। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि उत्तर 
कोरिया संकट से दुनिया में ऐसा कोई विवाद पैदा नहीं होगा, जिसमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत पड़े।         
  
पुतिन ने यहां एक इकोनॉमिक फोरम में कहा कि उन्हें लगता है कि उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हथियार एकत्र करने से बड़े पैमाने पर विवाद उत्पन्न नहीं होगा। उन्‍होंने कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि उत्तर कोरिया संकट कभी भी इतना बड़ा नहीं होगा कि उसमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत पड़े। सभी पक्ष इतने जिम्मेदार और समझदार हैं कि वे ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे तथा इस मसले को कूटनीतिक तरीके से हल करने का प्रयास करेंगे।  
      
पुतिन ने हालांकि पहले चेतावनी दी थी कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम विश्व को विनाश की ओर ले जा सकता है, लेकिन क्षेत्रीय नेताओं और अधिकारियों से बातचीत के बाद वे आशावादी नजर आए। 
 
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया के आसपास तनाव कम करना चाहते हैं। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से उत्तर कोरिया को तेल के निर्यात पर रोक लगाने की मांग की है।
       
अमेरिका ने एक मसौदा प्रस्ताव तैयार किया है जिसमें उत्तर कोरिया को तेल निर्यात पर प्रतिबंधों के अलावा उसके कपड़ा उत्पादों एवं कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। इस प्रस्ताव में उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग की संपत्ति जब्त करने और उन पर यात्रा संबंधी प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई है।        
        
रूसी राष्ट्रपति अपने दक्षिण कोरियाई के राष्ट्रपति और जापान के प्रधानमंत्री के साथ इस इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा ले रहे हैं। पुतिन ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है, वह सुरक्षा परिषद में अमेरिका के इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे या नहीं। सुरक्षा परिषद में किसी भी प्रस्ताव को पारित होने के लिए नौ सदस्य देशों द्वारा उसके पक्ष में मतदान किया जाना जरूरी है। 
 
इसके अलावा प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन में से किसी सदस्य देश द्वारा वीटो शक्ति का इस्तेमाल भी नहीं किया जाना चाहिए। (वार्ता)
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