कोलंबिया में विश्व के सबसे बड़े चकलाघरों के शहर मेडलिन में कुंआरी लड़कियों की बिक्री जोरों पर है। मेडलिन शहर के विभिन्न इलाकों का नियंत्रण अपराधियों और वेश्याओं के हाथ में है और यहां कुंआरी लड़कियों की बिक्री में सबसे ज्यादा पैसा है।
ब्रिटेन के चैनल फोर के लैटिन अमेरिकी संवाददाता गिलरमो गाल्डोस ने मेडलिन की सामाजिक स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि वे करीब 20 वर्षों से मेडलिन में आते-जाते रहे हैं।
इस दौरान उनका सामना एक ऐसी महिला से हुआ जिसे अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंता है। गाल्डोस का कहना है कि इस दौरान उन्होंने मेडलिन को दुनिया की मर्डर सिटी से फ्लेश ट्रेड के शहर में विकसित होते शहर होते देखा है।
वर्ष 1993 में पाब्लो एस्कोबार की मौत के बाद मेडलिन का आपराधिक संसार जैसे अनाथ हो गया था। जितने भी हत्यारे, ड्रग ट्रैफिकर्स और गुंडे-मवाली थे, उनका कोई आका नहीं रह गया था।
उनके पास कोई काम नहीं था लेकिन जल्दी ही ला ऑफीसिना या 'द ऑफिस' नामक एक गैंग सक्रिय हो गया। जिस किसी को भी किसी की हत्या करवानी हो वह सीधा इसी ऑफिस में पहुंच जाता था। वर्षों बाद यह कोलंबिया के इतिहास का सबसे बड़ा आपराधिक संगठन बन गया।
आज 'ऑफिस' ड्रग ट्रैफिकिंग, जबरन बसूली, वेश्यावृत्ति और मानव तस्करी में लिप्त है। नशा करने वालों के लिए सुंदर औरतें हमेशा से आकर्षण की चीज रही हैं। उनके लिए पैसों की कमी नहीं थी और यहां हर चीज की एक कीमत है।
एस्कोबार के बारे में कहा जाता है कि वह खुद मॉडल्स, अभिनेत्रियों और टीवी प्रजेंटर्स के साथ बेल्जियम जाकर सेक्स करने पर लाखों डॉलर लुटाता था।
मेडलिन के लिए वेश्यावृत्ति नई बात नहीं है। एक कोलंबियन का कहना था कि अगर आप मेडलिन के ऊपर छत बना दें तो यह दुनिया का सबसे बड़ा चकलाघर होगा। जब आप शहर में निकलते हैं तो आपको इसका अहसास होता है।
जब आप इमारतों के पीछे की गलियों में देखते हैं तो ये वेश्याओं से भरी होती हैं। इनमें पुरुष और महिला, दोनों तरह की वेश्याएं शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर बहुत कमउम्र की होती हैं और वे कोलंबिया में बिकने वाला नशा "बाजुको" पीती नजर आती हैं।
सड़कों के कोनों पर आपको अपराधी गिरोहों के सदस्य मिलते हैं जोकि शहर के विभिन्न क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते हैं। जब मैडलिन में थोड़ी शांति हुई तो सस्ते नशे और सेक्स के लिए पर्यटकों का आना शुरू हो गया। ऑफिस जैसे गिरोहों को महसूस हुआ कि उनके सामने इस काम में भी काफी धंधा है।
पहले यह गिरोह केवल लड़कियां सप्लाई करते थे लेकिन ज्यादा पैसे मिलने पर कमउम्र की लड़कियां सप्लाई करने लगे। और सबसे ज्यादा पैसा उन लोगों के लिए था जोकि 'कुंआरी लड़कियों' को सप्लाई करने को तैयार थे।
गिलरमो गाल्डोस बताते हैं कि इन गिरोहों की कई शिकार लड़कियों से मैं मिला लेकिन कोई भी बात करने को तैयार नहीं थी। बड़ी मुश्किल से एक लड़की बोलने को तैयार हुई।
उसका नाम मार्जुआ है और तीस वर्ष की है लेकिन काफी बड़ी उम्र की दिखती है। उसकी लड़की चौदह वर्ष की है और दोनों मैडलिन की सबसे गरीब बस्ती में रहती हैं।
मार्जुआ को गैंग मेंबर्स चेतावनी दे चुके हैं कि वे उसकी लड़की के कौमार्य के बदले बहुत सारा पैसा देने को तैयार हैं लेकिन उसके पास इतना पैसा नहीं है कि वह दूसरे इलाके में बस जाए। वह अब चारों तरफ से फंसी महसूस करती है।
उसका कहना है कि जब वह खुद जवान थी तो यौन उत्पीड़न का शिकार हुई थी। उसका कहना है कि मेरी बेटी को पाने के लिए उन्हें मेरी हत्या करनी होगी। मेरा जीवन बर्बाद हो गया और मैं नहीं चाहती कि ऐसा मेरी बेटी के साथ हो।
गाल्डोस कहते है कि मेडलिन में सभी तरह के अपराधियों की नई पीढ़ी से मिला उसमें कुछ तो पत्रकार भी हैं। कई महीनों तक मिलने और आश्वस्त करने के बाद उन्होंने मुझे फिल्म बनाने दी।