ब्रिटेन की संसद के बाहर आतंकी हमला, पांच मरे, 40 घायल
लंदन। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में बुधवार को संसद के बाहर हुए हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनियाभर के नेताओं ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है।
पुलिस ने बताया कि हमलावर ने पहले संसद से थोड़ी ही दूर पर स्थित वेस्टमिंस्टर पुल पर पैदल चल रहे लोगों को कार से कुचलना शुरू कर दिया जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और उसके बाद हमलावर ने संसद के समीप पुलिस पर चाकू से हमला कर दिया। बाद में हमलावर भी मारा गया। पुलिस इसे आतंकवादी घटना मान रही है।
वहीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे कायरता पूर्ण कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि हमले की जगह जानबूझकर शहर के दिल के पास चुना गया है जहां सभी देशों, धर्मों और संस्कृतियों के लोग आते हैं और स्वतंत्रता, लोकतंत्र और बोलने की आजादी का जश्न मनाते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी हिंसा से ऐसे मूल्यों को समाप्त करना चाहते हैं वे कभी सफल नहीं होंगे।
ब्रिटेन के वरिष्ठ आतंकवाद विरोधी अधिकारी मार्क राउले ने कहा कि हमले की शुरुआत तब हुई जब वेटमिंस्टर पूल के पास एक कार ने लोगों को टक्कर मारना और कुचलना शुरू कर दिया। बाद में हमलावर चाकू से हमला करते हुए संसद की ओर जाने की कोशिश करने लगा। इस दौरान हमलावर ने चाकू से एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी।
पुलिस को यह विश्वास है कि वह हमलावर की पहचान जानते हैं लेकिन इस समय वे हमलावर के बारे में जानकारी देने में सक्षम नहीं हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन में संसद पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि वह इस हमले से बेहद दुखी है। मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमले के शिकार लोगों के लिए संवेदना जताते हुए कहा कि हम उनके व उनके परिवार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस मुश्किल घड़ी में आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत ब्रिटिश सरकार के साथ खड़ा है। संकट की इस घड़ी में भारत इंग्लैंड के साथ खड़ा है।
हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे से बात की और दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिए अपनी सरकार के पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया। व्हाइटहाउस ने दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का ब्यौरा देते हुए कहा, 'हमले की प्रतिक्रिया देने और दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिये राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्ण सहयोग की प्रतिबद्धता जताई और सरकार के पूरे समर्थन का भरोसा दिया।' बातचीत में ट्रंप ने ब्रिटिश सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई की भी सराहना की।