दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में PM मोदी के साथ ममता बनर्जी, टाइम मैगजीन की लिस्ट में अदार पूनावाला तीसरे भारतीय
न्यूयॉर्क। 'टाइम' ने साल 2021 के लिए सबसे प्रभावशाली शख्सियतों की सूची जारी कर दी है। टाइम पत्रिका द्वारा जारी 2021 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदर पूनावाला शामिल हैं।
टाइम ने बुधवार को 2021 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की अपनी वार्षिक सूची का खुलासा किया। नेताओं की इस वैश्विक सूची में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, चीन के राष्ट्रपति शी जिंनपिंग, ड्यूक और डचेस ऑफ ससेक्स प्रिंस हैरी और मेगन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शामिल हैं।
टाइम द्वारा दिए गए मोदी के परिचय में कहा गया है कि एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत के 74 वर्षों में, तीन प्रमुख नेता रहे हैं - जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मोदी। “नरेंद्र मोदी तीसरे नेता हैं जो देश की राजनीति में प्रभावी हैं…।” यह परिचय सीएनएन के पत्रकार फरीद जकारिया ने लिखा है और इसमें आरोप लगाया गया है कि मोदी ने 'देश को धर्मनिरपेक्षता से हिन्दू राष्ट्रवाद की ओर धकेल दिया है।' परिचय में 69 वर्षीय नेता पर भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यकों के 'अधिकारों को खत्म करने' और पत्रकारों को कैद करने तथा डराने-धमकाने का भी आरोप लगाया गया है।
बनर्जी भी इस सूची में शामिल हैं और उनके परिचय में कहा गया है, “बनर्जी के बारे में कहा जाता है, वह अपनी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व नहीं करती हैं - वही पार्टी हैं। सड़क पर उतरकर जुझारू तेवर दिखाने वाली भावना और पितृसत्तात्मक संस्कृति में स्व-निर्मित जीवन उन्हें औरों से अलग बनाता है।”
पूनावाला के परिचय में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत से, दुनिया के सबसे बड़े टीका निर्माता के 40 वर्षीय प्रमुख ने 'इस पल की जरूरत को पूरा करने की कोशिश की।'
इसमें कहा गया कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, और पूनावाला अब भी इसे समाप्त करने में मदद कर सकते हैं। टीका असमानता गंभीर है, और दुनिया के एक हिस्से में टीकाकरण में देरी के वैश्विक परिणाम हो सकते हैं - जिसमें और अधिक खतरनाक रूपों के उभरने का जोखिम भी शामिल है।
तालिबान के सह-संस्थापक बरादर का परिचय देते हुए टाइम ने उन्हें ऐसा शांत, रहस्यमय व्यक्ति बताया जो शायद ही कभी सार्वजनिक बयान या साक्षात्कार देते हों।