इस तरह मिले इजराइल-भारत रक्षा सौदे के गुम हुए गोपनीय दस्तावेज
यरूशलम। इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार के नेतृत्व वाले एक प्रतिनिधिमंडल से भारत के साथ रक्षा सौदे के गोपनीय दस्तावेज खो गए, लेकिन उनकी किस्मत का पहिया ऐसा घूमा कि एक रेस्तरांकर्मी की होशियारी के चलते ये कागजात उन्हें फिर वापस मिल गए।
सलाहकार मेर बेन शब्बात, इस साल जनवरी में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के कई सदस्यों के साथ भारत गए थे और वहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय समकक्ष अजित डोभाल से मुलाकात हुई थी।
स्थानीय दैनिक हारेत्ज के अनुसार शब्बात ने इस बैठक में दोनों देशों के बीच विभिन्न हथियार सौदों को लेकर चर्चा की थी। इजराइल अपने सैन्य उपक्रम द्वारा विकसित कई उन्नत साजो सामान भारत को बेचना चाहता है। इनमें टोही विमान, मानवरहित विमान, टैंक-भेदी प्रक्षेपास्त्र, तोप और रडार प्रणालियां शामिल हैं।
शब्बात के सहयोगी ने इस यात्रा से पहले भारत के साथ संभावित रक्षा सौदे से संबंधित कई दस्तावेजों का प्रिंट लिया था। ये कागज गोपनीय श्रेणी में रखे गए थे। यह प्रतिनिधिमंडल विमान में चढ़ने से पहले एक रेस्तरां में खाना खाने गया और उक्त सहयोगी से वे कागज वहीं छूट गए।
प्रतिनिधिमंडल के वहां से जाने के बाद एक रेस्तरांकर्मी को वे कागजात मिले और उसने एक मित्र को फोन किया जिसकी मां भारत में इजराइली दूतावास में काम करती थीं।
रेस्तरांकर्मी का मित्र विमान से भारत पहुंचा और अपनी मां को वे दस्तावेज सौंप दिए। फिर उन्हें दूतावास के सुरक्षा अधिकारी को सौंप दिया गया। परिषद की जांच में पाया गया कि कागजात खोने से इजराइल की सुरक्षा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। रिपोर्ट में कहा गया है कि शब्बात के सहयोगी को कागजात खोने का दोषी पाया गया और उसे चेतावनी दी गई। (भाषा)