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Last Modified: शुक्रवार, 28 जून 2024 (21:52 IST)

नस्ली टिप्पणी से भड़के ऋषि सुनक, कहा- मुझे गुस्सा आता है

नस्ली टिप्पणी से भड़के ऋषि सुनक, कहा- मुझे गुस्सा आता है - Rishi Sunak got angry due to racial comment
Racist comment against PM Rishi Sunak: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को अपने खिलाफ की गई नस्ली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इससे वह ‘आहत और आक्रोशित’ हैं। कंजर्वेटिव पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करने की मंशा से ‘रिफॉर्म यूके’ 4 जुलाई के चुनाव में आव्रजन विरोधी रुख के साथ सैकड़ों उम्मीदवारों को मैदान में उतार रहा है।
 
आम चुनाव प्रचार अभियान के दौरान बात करते हुए सुनक ने कहा कि उनकी दो बेटियों, कृष्णा और अनुष्का को ‘रिफॉर्म यूके’ के उन कार्यकर्ताओं को देखना और सुनना पड़ा, जिन्होंने पार्टी नेता निगेल फराज के लिए प्रचार के दौरान 'मुझे एक पाकी कहकर' संबोधित किया। 44 वर्षीय भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ने कहा कि यह आहत करता है और इससे मुझे गुस्सा आता है।
 
सुनक ने कहा कि जब आप रिफॉर्म पार्टी के उम्मीदवारों और प्रचारकों को देखते हैं, जो बिना किसी चुनौती के नस्लवादी और स्त्रीद्वेषी भाषा और विचारों का उपयोग करते हुए दिखते हैं, तो मुझे लगता है कि यह आपको रिफॉर्म पार्टी के भीतर की संस्कृति के बारे में कुछ दर्शाता है।
 
वह उस वक्त यह टिप्पणी कर रहे थे जब धुर दक्षिणपंथी ‘रिफॉर्म यूके’ के एक प्रचारक को दक्षिण एशियाई विरासत के लोगों के प्रति नस्लवादी टिप्पणी का इस्तेमाल करते हुए फिल्माया गया था, जिससे पार्टी के नेता और आम चुनाव के उम्मीदवार निगेल फराज को इस कृत्य को ‘भयावह’ बताते हुए निंदा करनी पड़ी।
 
रिफॉर्म यूके उतार रहा है सैकड़ों उम्मीदवार : मौजूदा कंजर्वेटिव पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करने की मंशा से ‘रिफॉर्म यूके’ 4 जुलाई के चुनाव में आव्रजन विरोधी रुख के साथ सैकड़ों उम्मीदवारों को मैदान में उतार रहा है। रिफॉर्म यूके आम चुनाव में काफी पीछे है। अपेक्षित समय से पहले हो रहे चुनाव के कारण पार्टी अपने सभी प्रचारकों की पूरी तरह से जांच करने में असमर्थ रही है और उनमें से एक (एंड्रयू पार्कर) को ‘चैनल 4’ के एक रिपोर्टर द्वारा फिल्माया गया था।
 
फराज ने एक बयान में कहा कि कुछ लोगों द्वारा व्यक्त की गई भयावह भावनाओं का उनके विचारों और समर्थकों या ‘रिफॉर्म यूके’ के विचारों से कोई संबंध नहीं है। उसी कार्यकर्ता को यह सुझाव देते हुए भी सुना गया कि ब्रिटेन के समुद्र तटों पर उतरने वाले अवैध प्रवासियों को ‘केवल गोली मारने’ के लिए बंदूकधारी सैनिकों को तैनात किया जाना चाहिए।
 
फराज की विभाजनकारी राजनीति : विभाजनकारी राजनीति करने वाले 60 वर्षीय फराज संसद के लिए चुने जाने के 7 असफल प्रयास के बाद इस बार फिर अपना आठवां प्रयास करेंगे। सर्वेक्षणों से पता चलता है कि समुद्र तटीय शहर क्लेक्टन-ऑन-सी का प्रतिनिधित्व करने की दौड़ में शामिल फराज को आसानी से बढ़त मिल सकती है।
 
विपक्ष का नेतृत्व : हाउस ऑफ कॉमंस में 650 सीट हैं और ‘रिफॉर्म’ को केवल कुछ सीट ही मिलने की संभावना है, लेकिन फराज कहते हैं कि उनका लक्ष्य लेबर पार्टी की सरकार में ‘असल’ विपक्ष का नेतृत्व करने की है। आम चुनाव के बाद लेबर पार्टी की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच, ब्रिटिश भारतीय नेता ने मतदाताओं को चेतावनी दी है कि ‘रिफॉर्म यूके’ के लिए वोट करने का मतलब कर बढ़ाने वाली लेबर पार्टी के पक्ष में वोट करना होगा।
 
उन्होंने फराज के उन विवादास्पद बयानों पर भी पलटवार किया जिसमें दावा किया गया है कि पश्चिम ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन पर हमला करने के लिए उकसाया था। सुनक ने ‘द टेलीग्राफ’ से कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा वह गलत था, यह पूरी तरह से गलत था। वह पुतिन के हाथ की कठपुतली हैं। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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