गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Protests over pension dispute in France
Written By
Last Modified: शनिवार, 25 मार्च 2023 (00:36 IST)

France Protests : पेंशन विवाद को लेकर फ्रांस में विरोध प्रदर्शन, 457 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, 441 पुलिसकर्मी घायल

France Protests : पेंशन विवाद को लेकर फ्रांस में विरोध प्रदर्शन, 457 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, 441 पुलिसकर्मी घायल - Protests over pension dispute in France
फ्रांस में पेंशन मिलने की उम्र 2 साल बढ़ाने को लेकर देशभर में पिछले 3 महीने से हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 450 से ज्‍यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इस बीच 440 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। राजधानी पेरिस समेत पूरे फ्रांस में करीब 35 लाख से ज्‍यादा लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

खबरों के अनुसार, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के पेंशन सुधारों को लेकर शुक्रवार को भी देश में अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन जारी रहा, जिसके कारण ट्रेन यातायात मंद पड़ गया और मार्सिले के वाणिज्यिक बंदरगाह तक ट्रकों की कतारें लग गईं। फ्रांस में रिटायरमेंट पेंशन मिलने की उम्र 2 साल बढ़ाने को लेकर देशभर में पिछले 3 महीने से हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

राजधानी पेरिस समेत पूरे फ्रांस में करीब 35 लाख से ज्‍यादा लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। विरोध प्रदर्शन के दौरान फ्रांस की राजधानी में काले गुट के कट्टरपंथियों और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़पें हुईं।विरोध प्रदर्शन के चलते रेल यातायात और तेल रिफ़ाइनरी का काम प्रभावित हुआ और कुछ लोगों को चोटें भी आईं।

विरोध प्रदर्शन के दौरान पेरिस में और आसपास से 457 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। इस बीच 441 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। फ्रांस की प्रमुख यूनियनों ने पेंशन सुधार के विरोध में 28 मार्च को 10वां राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की हैं।

गौरतलब है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न को विशेष संवैधानिक शक्ति का उपयोग करने का आदेश दिया था। उनके इस आदेश के बाद संसद को सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 64 करने के अति विवादित विधेयक को बिना मतदान के मंजूरी देने के लिए विवश किया गया था। फोटो सौजन्‍य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour
ये भी पढ़ें
क्या Credit Suisse के बाद यूरोप का Deutsche बैंक भी खतरे में है