बाइडन का बड़ा बयान, अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच साझेदारी रहेगी कायम
वॉशिंगटन। अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की तैयारी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण एशियाई राष्ट्र के साथ उनके देश की साझेदारी कायम रहेगी। बाइडन ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ मीडिया के सामने पेश होते हुए व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में कहा कि अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच साझेदारी समाप्त नहीं हो रही है। यह कायम रहेगी।
बाइडन ने कहा कि हमारे सैनिक भले ही वहां से आ रहे हों, लेकिन अफगानिस्तान की सेना को बनाए रखने के साथ ही आर्थिक एवं राजनीतिक सहयोग के लिहाज से हमारा समर्थन समाप्त नहीं हो रहा है। गनी और अब्दुल्ला व्हाइट हाउस में बाइडन से मुलाकात के लिए अमेरिका की यात्रा पर हैं। यात्रा पर आए नेताओं ने रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन, सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स और शीर्ष कांग्रेस नेतृत्व समेत बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात की। अफगानिस्तान से निकलने की अमेरिका की तैयारियों के बीच बाइडन ने कहा कि दोनों नेताओं के पास बहुत मुश्किल काम हैं।
उन्होंने कहा कि वे अफगान नेताओं के बीच एकता बनाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। अफगानिस्तान के नागरिक अपना भविष्य निर्धारित करने जा रहे हैं कि वे क्या चाहते हैं? लेकिन इससे हमारी मदद में कमी नहीं होगी। बेवजह की हिंसा, इसे रोकना होगा, यह बहुत मुश्किल होने वाला है। लेकिन हम आपके साथ रहेंगे और हम भरसक कोशिश करेंगे कि आपको जिन चीजों की जरूरत हो, वे आपको मिलें।
गनी ने कहा कि अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के नए युग में प्रवेश कर रहा है, जहां साझेदारी न सिर्फ सैन्य होगी बल्कि परस्पर हितों के संबंध में व्यापक होगी। उन्होंने कहा कि हम अत्यंत प्रोत्साहित एवं संतुष्ट हैं कि यह साझेदारी हो रही है। प्राथमिकताएं तय करने के लिए धन्यवाद। इससे पहले पेंटागन में ऑस्टिन ने उल्लेख किया था कि कैसे रक्षा मंत्रालय ने अफगानिस्तान में सुरक्षा एवं स्थिरता तथा समझौता वार्ता के लिए बहुत अधिक प्रयास किए हैं।(भाषा)