ईरान के सिस्तान में पाकिस्तान की air strike, 7 की मौत
Pakistan air strike in Iran : पाकिस्तान ने गुरुवार को ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर सैन्य हमले किए। इसमें 7 लोग मारे गए। इस हमले से दोनों देशों में तनाव और बढ़ सकता है।
बलूचिस्तान में ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले के मद्देनजर पाकिस्तान द्वारा ईरान से अपने राजदूत वापस बुला लेने और सभी पूर्व निर्धारित उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय यात्राओं को निलंबित करने के एक दिन बाद ये हमले किए गए।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि आज तड़के पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर समन्वित और लक्षित सैन्य हमले किए। खुफिया सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में कई आतंकवादी मारे गए।
ईरान की अर्ध-सरकारी मेहर समाचार एजेंसी ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सीमावर्ती गांव पर किए गए मिसाइल हमले में 3 महिलाओं और 4 बच्चों सहित 7 लोग मारे गए।
समाचार एजेंसी ने वरिष्ठ अधिकारी अलीरेजा मरहमती के हवाले से कहा कि गुरुवार तड़के चार बजकर 50 मिनट पर सरवन शहर के इलाके में कई विस्फोट की आवाज सुनी गई। जांच के बाद हमें पता चला कि पाकिस्तान ने ईरान के सीमावर्ती गांवों में से एक को मिसाइल से निशाना बनाया है। सरवन शहर के पास भी एक धमाका हुआ, जहां कोई हताहत नहीं हुआ।
ईरान के हमले और पाकिस्तान के जवाबी हमलों ने पश्चिम एशिया के अस्थिर क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है जहां पहले से ही गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध और यमन के हुती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाए जाने से तनाव व्याप्त है।
पाकिस्तान में सूत्रों ने बताया कि आज सुबह पाकिस्तान सशस्त्र बलों के जॉइंट स्टाफ मुख्यालय ने ईरान के अंदर आतंकवाद-रोधी हवाई हमलों का आदेश दिया। ये हमले पाकिस्तानी वायु सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा किए गए। इस दौरान लड़ाकू विमान पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के अंदर थे।
मानव रहित विमान के माध्यम से खोजबीन के बाद आतंकवादियों की उपस्थिति की पुष्टि हुई और कुल सात ठिकानों को हमले के लिए चुना गया। उन्होंने बताया कि हमले में किसी भी ईरानी नागरिक और सैन्यकर्मी को निशाना नहीं बनाया गया था।
इस्लामाबाद द्वारा अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक आतंकी समूह के ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू करने के कुछ घंटों बाद, पाकिस्तान ने बुधवार को ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta