शरीफ के बाद कौन बनेगा पाकिस्तान का प्रधानमंत्री?
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है और एक जाने-माने प्रतिष्ठित विश्लेषक के मुताबिक सत्तारूढ़ दल पीएमएलएन में ‘अनिश्चय की स्थिति’ है।
पाकिस्तान के शीर्ष न्यायालय ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तान के तीन बार के प्रधानमंत्री को अयोग्य ठहराते हुए व्यवस्था दी कि पनामा पेपर्स के खुलासे को लेकर उनके और उनकी संतानों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले चल सकते हैं। इसके बाद शरीफ को इस्तीफा देने के लिए बाध्य होना पड़ा।
लेखक और वरिष्ठ पत्रकार जाहिद हुसैन के मुताबिक शरीफ के उत्तराधिकारी को लेकर कोई भी आश्वस्त होकर कुछ नहीं कह सकता है।
शरीफ के परिवार द्वारा संचालित पीएमएलएन की तरफ से किसी को नेता के रूप में पेश करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर हुसैन ने कहा, 'मैं ऐसा नहीं मानता हूं क्योंकि पार्टी एक व्यक्ति या एक परिवार के आसपास घूमती है। पार्टी के लिए ऐसे व्यक्ति को ढूंढना मुश्किल काम है जो पार्टी को एकजुट रख सके और अगले चुनावों में भी जा सके।'
‘द नेशन’ अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि गृह मंत्री चौधरी निसार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, पेट्रोलियम और प्राकृतिक संसाधन मंत्री शाहिद खकान अब्बासी, नेशनल एसेबंली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक और नवाज शरीफ के छोटे भाई और पाकिस्तान के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ संभावित दावेदार हो सकते हैं।
समाचार पत्र के मुताबिक पनामा लीक पर फैसला आने से पहले आसिफ सबसे मजबूत उम्मीदवार के तौर पर उभरे थे लेकिन निसार के संवाददाता सम्मेलन और कुछ अन्य कारणों से उनका पक्ष कमजोर हुआ है। आसिफ अभी अमेरिका की यात्रा पर हैं।
खबर में कहा गया है शाहबाज को प्रधानमंत्री बनने के लिए पहले नेशनल असेंबली का सदस्य बनना होगा और पंजाब के मुख्यमंत्री और प्रांतीय विधानसभा के सदस्य पद से त्यागपत्र देना होगा।
सादिक प्रधानमंत्री पद के दूसरे मजबूत दावेदार हैं और वह शरीफ का स्थान ले सकते हैं। शाहिद खकान अब्बासी भी प्रधानमंत्री पद के दावेदारों में हैं और पार्टी जल्द ही इस संबंध में अंतिम निर्णय करेगी। कुछ राजनीतिक हलकों में संभावित दावेदार के रूप में वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर का नाम भी चल रहा है। (भाषा)