दक्षिण अफ्रीका में दंगों में 212 की मौत, निशाने पर भारतीय
जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के क्वाज़ुलु-नताल और गौतेंग प्रांत में दंगों से मरने वालों की संख्या बढ़कर 212 हो गई। दंगों की आड़ में भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा है। दंगों पर नियंत्रण के लिए सेना तैनात कर दी गई है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के अधीन कार्यवाहक मंत्री कुम्बुद्ज़ो नत्शवेनी ने कहा कि क्वाज़ुलु-नताल प्रांत में मृतक संख्या 180 हो गई है और यहां 1692 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं गौतेंग प्रांत में दंगो में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 32 हो गई। इस मामले में 137 और लोगों को हिरासत में लिया गया है। यहां अब तक 862 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के कारावास के बाद दंगे भड़क उठे थे। गौतेंग और क्वाज़ुलु-नताल प्रांत में स्थिति पर नियंत्रण के लिए सेना को भेजा गया है। दक्षिण अफ्रीकी नेशनल डिफेंस फोर्स ने हिंसा को रोकने के लिए 25 हजार सैनिकों की तैनाती की है।
हिंसापूर्ण माहौल के बीच भारतीयों और भारतीय मूल दक्षिण अफ्रीकी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। कई भारतीयों के कई स्टोर लूट लिए गए गोदामों में आग लगा ली गई।
जैकब जुमा को 15 साल की सजा : दक्षिण अफ्रीका के सुप्रीम कोर्ट ने देश के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को अदालत की अवमानना के लिए मंगलवार को 15 माह कैद की सजा सुनाई। उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे आयोग के समक्ष पेश होने में विफल रहने के लिए उच्चतम न्यायालय ने उन्हें अवमानना का दोषी पाया।
क्यों हो रहे हैं भारतीयों पर हमले : जैकब जुमा 2009 से 2018 तक दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति थे तब वहां गुप्ता बंधुओं का दबदबा था। पचास अरब रैंड के भ्रष्टाचार में जुमा मुख्य आरोपी हैं, इसमें तीन गुप्ता बंधु भी शामिल हैं। गुप्ता बंधुओं ने उनके साथ निकटता के कारण भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। गुप्ता बंधुओं ने जुमा के दो बच्चों को भी फायदा पहुंचाया, जो दुबई में स्वनिर्वासन में रह रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने उनके प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू कर दी है।