इटली का फैशन है 'वाइफ स्वैपिंग'
इतालवी प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी उस समय तो मजाक कर रहे थे कि वे अपनी पत्नी वेरोनिका को डेन्मार्क के प्रधानमंत्री एंडर्स फॉग रैसमुसेन को सौंप सकते हैं क्योंकि डैनिश प्रधानमंत्री यूरोप के सबसे खूबसूरत प्रधानमंत्री हैं। इतना ही नहीं, वे वेरोनिका की कथित पसंद और वेनिस के पूर्व मेयर मैसिमो कैसियारी से भी ज्यादा सुंदर दिखते हैं। इतालवी प्रधानमंत्री के इस मजाक पर ला स्टाम्पा अखबार ने लिखा कि वह इसे क्या कहे कि यह प्रधानमंत्री बर्लुस्कोनी का पैशन (आवेग) मात्र है या हॉबी (शौक)। अखबार ने भले ही यह बात हलके तौर पर कही हो, लेकिन अब यह पक्के तौर पर साबित हो गई है कि इतालवी प्रधानमंत्री का मजाक उनके देश का पैशन और फैशन दोनों ही है जो कि तेजी से फैल रहा है। इतनी तेजी से कि इस पर इटली के कैथोलिक पादरी गुस्से से काँपने लगे हैं, लेकिन वे भी इस पर रोक लगाने में अपने को असहाय महसूस कर रहे हैं। इस अखबार का कहना है कि रोम में एक संगठन है, जिसका नाम है इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स एंड फ्रीडम्स (इसे संक्षिप्त में फेडरसेक्स भी कहा जाता है) के करीब 5 लाख सदस्य हैं जो कि समूचे इटली में स्थित 200 से अधिक निजी क्लबों में मिलते हैं और अपने साथियों की अदला-बदली करते हैं।उल्लेखनीय है कि फेडरसेक्स के जानकारों का कहना है कि यह तो समुद्र में डूबे हिमखंड का ऊपर दिखाई देने वाला छोटा-सा हिस्सा है। उनका कहना है कि ऐसे लोगों की वास्तविक संख्या करीब 20 लाख है। यह संख्या समूची इटली के सक्रिय सेक्स जीवन जीने वाले 80 लाख लोगों का एक चौथाई हिस्सा है। एक अन्य सर्वेक्षण में भी यह बताया गया है कि इटली के करीब एक चौथाई लोग इस तरह का शौक रखते हैं। इस गर्मियों में भी बड़ी संख्या में लोग टस्कन के ग्रामीण इलाके में जाने वाले हैं। इन लोगों का अगर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग स्वागत करें और वे अपने साथियों की अदला-बदली करें तो इस तरह की बात सोचने के लिए उन्हें ज्यादा समय नहीं लगेगा। दुनिया को कैसानोवा देने वाले देश में राष्ट्रीय समाचार पत्र ला स्टाम्पा में हाल ही में एक लेख छपा जिसमें कहा गया है कि अनुमानित रूप से अधिकृत तौर पर कम से कम 5 लाख इतालवी जोड़े निजी सेक्स क्लबों में अपने साथियों की अदला बदली करते हैं। ' द लंच टाइम स्विंगर्स' शीर्षक से छपे लेख में यह भी कहा गया कि इनके अलावा हजारों की संख्या में ऐसे इतालवी भी हैं जो कि कार पार्कों से लेकर समुद्र तटों और कब्रिस्तान (सेमेटरीज) तक में यह काम करते हैं। इस तरह की गतिविधि में भाग लेने वाले पुरुषों की आयु 43 वर्ष होती है, जबकि अदला-बदली का शिकार होने वाली महिलाओं की आयु औसतन 35 वर्ष होती है। गौरतलब है कि यह काम कुछ इस तरह का नहीं माना जाता कि इसके लिए रात की प्रतीक्षा की जाए वरन इसके लिए तो लंच के दौरान भी निपटा लिया जाता है। इस तरह की गतिविधि की बढ़ोतरी में इंटरनेट ने भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई है जो कि एक जैसे विचारों वाले लोगों को जोड़ने में सेतु का काम बड़ी आसानी से कर सकता है। मिलान के एक क्लब मालीजिया के एक कर्मचारी का कहना है कि यहाँ जो चीज लोगों को जोड़ती है वह यह है कि उनके पास पैसों की कमी नहीं होती है। अकाउंटेंट, डॉक्टर्स, फुटबॉलर्स से लेकर राजनेता तक यहाँ आते हैं और सबका एक ही मकसद होता है मौजमस्ती करना।जिन क्लबों में साथियों की अदला-बदली का खेल होता है वह इतालवी लोगों के मध्य अपवाद नहीं हैं वरन इन्हें सहज स्वीकार्यता प्राप्त है। इसे कोई गलत, बुरी या आपत्तिजनक बात नहीं मानी जाती है। इस संदर्भ में ला स्टाम्पा में छपी एक सच्ची कहानी का उल्लेख करना सामयिक होगा। पत्र ने सिसली की एक महिला लारा की कहानी प्रकाशित की थी। इस कहानी के मुताबिक वह सिसली के कस्बे कैटानिया में पली बढ़ी थी। उसका परिवार बड़ा परम्परावादी था और पिता चाहता था कि लारा हर रात साढ़े नौ बजे से पहले अपने घर आ जाए। बाद में यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के नाम पर वह रोम आ गई, जहाँ उसे ल्यूका नाम का आदमी मिला जिसने उसे पति-पत्नियों की अदला-बदली के खेल से परिचित कराया। आजकल लारा और ल्यूका अपने बच्चों को घर पर छोड़कर रोज रात को क्लब में घूमते जाते हैं और ग्रुप सेक्स की अच्छी शाम बिताते हैं। इन दिनों इटली में महिलाओं के मध्य एक कहावत भी आम है कि 'मैं अपने पति को प्यार करती हूँ इसीलिए तो मैं उसकी अदला-बदली करती रहती हूँ।'