indian navy attack on pakistan : भारत का तगड़ा पलटवार, कई शहरों में धमाके, कराची पोर्ट बर्बाद, Pakistan में लॉकडाउन जैसे हालात
अरब सागर में तैनात INS विक्रांत ने कराची को निशाने पर लेकर भारी तबाही मचानी शुरू कर दी है। अभी भारतीय नौसेना का ऑपरेशन जारी है।
Indian Navy strikes Pakistan with INS Vikrant : पाकिस्तान के कायराना हरकत का भारत मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय वायुसेना के बाद अब नौसेना भी एक्शन में आ गई है। इससे पहले भारत के बाहुबली एयर डिफेंस सिस्टम S-400 ने कमाल करते हुए पाकिस्तान के 100 से अधिक टारगेट को नाकाम किया है। भारत ने पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमानों को ढेर कर दिया। अरब सागर में तैनात INS विक्रांत ने कराची को निशाने पर लेकर भारी तबाही मचाई। पाकिस्तान में लॉकडाउन जैसे हालात हो गए हैं।
पाकिस्तानी शहरों पर दागी 100 मिसाइलें
कराची के बंदरगाह पर भारतीय नेवी का बड़ा हमला किया है। भारतीय नौसेना ने कराची पोर्ट पर मिसाइलों से हमला किया है। वहां 12 बड़े धमाके सुने गए हैं। भारत ने पाकिस्तानी शहरों पर 100 मिसाइलें दागी हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक भारतीय हमलों के बाद पूरे पाकिस्तान में लॉकडाउन लगा दिया गया है। कराची और ओरमारा बंदरगाह पर दागी गई मिसाइलें रक्षा सूत्रों के मुताबिक INS विक्रांत से पाकिस्तान के कराची और ओरमारा बंदरगाह पर कई मिसाइलें दागी गई हैं। जिसे दोनों पोर्ट पर भयंकर आग लग गई है।
पाकिस्तान को तनाव कम करने को कहा
भारत पाकिस्तान युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शहबाज शरीफ को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान एशिया के हालात न बिगाड़े। इस हमले से दोनों बंदरगाह शहरों में चारों ओर धुआं धुआं फैला हुआ है। लोग घबराहट में तटीय इलाकों को छोड़कर अंदर की ओर भाग रहे हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक कराची और ओरमारा में पाकिस्तानी नौसेना के बेस हैं। यहां पर उनके बड़े अधिकारियों के मुख्यालय, युद्धपोत और पनडुब्बी तैनात रहती हैं। INS विक्रांत ने इन दोनों नेवी बेस को बर्बाद करके पाकिस्तान नौसेना को काफी नुकसान पहुंचाया है। पाकिस्तान का कराची के पास बना ओरमरा बेस धू-धू कर जल रहा है। भारतीय नौसेना की ओर से दागी गई मिसाइलों की वजह से वहां पर भयंकर आग लगी हुई है।
विदेश मंत्री बोले- हर हमले का माकूल का जवाब
एक तरफ भारतीय सेना अलग-अलग मोर्चों पर करारा जवाब दे रही है, दूसरी ओर विदेश मंत्री एस. जयशंकर कूटनीतिक स्तर पर मोर्चा संभाले हुए हैं। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत की। जयशंकर ने इटली के उप-प्रधानमंत्री एंटोनियो तजानी और यूरोपीय यनियन की उपाध्यक्ष काजा कल्लास से भी बात की। रुबियो से फोन पर बातचीत के के दौरान जयशंकर ने सीमा पार आतंकवाद पर भारत की लक्षित और नपी-तुली प्रतिक्रिया को रेखांकित किया।
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया कि आज शाम अमेरिका के विदेश मंत्री से बात की। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की मैं दिल से सराहना करता हूं। दोनों विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर यह बातचीत तब हुई जब मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात में चलाए गए अभियान ऑपरेशन सिंदूर और फिर 15 भारतीय शहरों पर हमले की पाकिस्तान की असफल कोशिश के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि रुबियो ने तत्काल तनाव कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
ब्रूस ने कहा कि विदेश मंत्री ने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के लिए अपनी संवेदना दोहराई और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। कलास के साथ फोन पर हुई बातचीत को लेकर जयशंकर ने कहा कि ईयू की विदेश और सुरक्षा नीति मामलों की उच्च प्रतिनिधि के साथ वर्तमान घटनाक्रमों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत अपने कदमों को लेकर संयमित रहा है। बहरहाल, स्थगित बिगाड़ने वाली किसी भी हरकत पर कड़ी प्रतिक्रिया मिलेगी।
पाकिस्तान की कोशिशें नाकाम
भारत ने गुरवार रात को जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित सैन्य स्टेशनों समेत विभिन्न प्रमुख भारतीय प्रतिष्ठानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला करने की पाकिस्तान की कोशिशों को विफल कर दिया। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया और दुश्मन के प्रयासों को विफल कर दिया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित सैन्य स्टेशनों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुरूप काइनेटिक और नॉन-काइटनेटिक क्षमताओं का उपयोग करके खतरों को तेजी से बेअसर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि किसी के हताहत होने या साजोसामान के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। इनपुट भाषा Edited by: Sudhir Sharma