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Written By WD Feature Desk
Last Updated : मंगलवार, 11 मार्च 2025 (18:29 IST)

भारत में इन जगहों पर नहीं खेली जाती होली, कहीं राजा की मौत तो कहीं देवी का कोप है वजह

भारत में इन जगहों पर नहीं खेली जाती होली, कहीं राजा की मौत तो कहीं देवी का कोप है वजह - bharat me kahan nahi manaya jata holi ka tyoha
holi 2025: रंगों का त्योहार होली पूरे देश में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। होली हर किसी के मन में उमंग और उत्साह लेकर आता है। कहते हैं कि होली के दिन दुश्मन भी दोस्त बन जाते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी होली के रंगों में सराबोर दिखाई देते हैं। जहां एक ओर पूरे भारत में हर कोई होली का बेसब्री से इंतजार करता है, वहां भारत में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां होली के त्योहार को लेकर कोई उत्साह देखने को नहीं मिलता है, क्योंकि इन जगहों पर होली मनाई ही नहीं जाती है।

भारत में इन जगहों पर होली न मनाने के पीछे लोग कई कारण मानते हैं। 14 मार्च 2025 को जब पूरे देश होली का त्योहार मना रहा होगा, तब इन जगहों पर होली के रंग बिल्कुल नहीं दिखाई देते हैं। आइए जानते हैं भारत में किन जगहों पर होली नहीं मनाई जाती है और इन जगहों पर होली मनाने के पीछे के कारण के बारे में।

उत्तराखंड की इन जगहों पर होली ना मनाने की रोचक है वजह
भारत के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में खुरजान और क्विली नामक दो गांव हैं। इन दोनों गांवों में लगभग 150 सालों से होली नहीं खेली गई है। इन गांवों के लोगों का मानना है कि इनकी कुल देवी को शोर-शराबा पसंद नहीं है। ऐसे में अगर यहां के लोग होली का त्योहार मनाएंगे, तो देवी उनसे नाराज हो जाएंगी और गांव में दुख-विपदा आ सकती है। इसी वजह के चलते इस गांव में होली नहीं मनाई जाती है।

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गुजरात में भी इस जगह नहीं दिखाई देते होली के रंग
गुजरात राज्य में रामसन नामक एक जगह है, जहां 200 से ज्यादा सालों से होली नहीं मनाई गई है। इस गांव के लोगों का कि एक बार भगवान श्रीराम भी इस जगह आए थे, इसलिए इसका नाम रामसन पड़ा। इसे आमतौर पर रामेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। इस जगह के लोग होली न मनाने के पीछे 2 कारण बताते हैं।

पहला कारण मानते हैं कि 200 साल पहले होलिका दहन के समय इस गांव में आग लग गई थी और कई घर जलकर राख हो गए थे, जिसके कारण लोगों ने तब से होली मनाना बंद कर दिया था। दूसरा कारण यह माना जाता है कि एक बार साधु-संत इस गांव के लोगों से किसी वजह से नाराज हो गए थे और उन्होंने श्राप दिया था कि अगर इस गांव में होलिका दहन किया जाएगा, तो पूरे गांव में आग लग जाएगी। तभी से इस गांव के लोग न तो होलिका दहन करते हैं और न ही रंगों से होली खेलते हैं।

झारखंड में इस जगह नहीं मनता होली का त्योहार
झारखंड में दुर्गापुर नाम का एक गांव है, जिसमें लगभग 100 सालों से होली नहीं खेली गई है। इस गांव के लोगों की मान्यता है कि यहां के राजा के बेटे की मृत्यु होली के दिन हुई थी और उसके ठीक अगले साल राजा की भी होली के दिन मृत्यु हो गई। अपनी अंतिम सांस लेते हुए राजा ने गांव के लोगों से कहा कि इस गांव में होली नहीं मनाई जानी चाहिए। तब से ही इस गांव के लोगों ने होली मनानी बंद कर दी।
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