गुरुवार, 22 अगस्त 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. हिन्दू धर्म
  4. Bhadrapada Month ka mahatva and festival
Written By WD Feature Desk
Last Updated : बुधवार, 21 अगस्त 2024 (12:57 IST)

Bhadrapada Month : हिंदू कैलेंडर के छठे माह भाद्रपद मास का महत्व

bhadrapada month 2024: कृष्ण जन्माष्टमी और गणेश उत्सव का पर्व इसी माह में

Bhadrapada month 2024: हिंदू कैलेंडर का छठा माह भाद्रपद मास का महत्व - Bhadrapada Month ka mahatva and festival
bhadrapada month 2024 start date and end date: भाद्रपद का माह 20 अगस्त से प्रारंभ होकर 18 सितंबर 2024 तक रहेगा। इसके बाद आश्विन माह प्रारंभ होगा। हिंदू पंचांग कैलेंडर का यह छठा माह माना गया है। इस माह का पुराणों में बहुत महत्व माना गया है क्योंकि इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार के साथ ही यह माह बारिश का अंतिम माह भी माना जाता है। आओ जानते हैं इस माह का क्या है महत्व।
 
महत्वपूर्ण त्योहार : भाद्रपद माह में कई खास व्रत-त्योहार आ रहे हैं। जिसमें श्रीकृष्‍ण जन्माष्टमी, महाकाल सवारी, जैन महापर्व पर्युषण, जया/अजा तथा जलझूलनी/ पद्मा या परिवर्तनी एकादशी, हरतालिका तीज, ऋषि पंचमी, 10 दिवसीय श्री गणेशोत्सव स्थापना उत्सव, अनंत चतुर्दशी/गणेश विसर्जन, सूर्य कन्या संक्रांति और खंडग्रास चंद्र ग्रहण के साथ ही भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष यानि श्राद्ध महालय भी इन दिनों शुरू होने वाला हैं। 
भाद्रपद मास का महत्व : भाद्रपद मास को भादो मास के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस मास में देवी-देवताओं की उपासना करने से साधक को सभी कष्ट और दुखों से मुक्ति मिल जाती है। इसी के साथ उसे सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यह माह भगवान कृष्‍ण और गणेशजी की पूजा और भक्ति करने का उत्तम माह माना गया है।
 
यह माह भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय मास है इसलिए श्रीकृष्ण की पूजा, व्रत और उपाय के लिए इस महीने का खास महत्व है। भाद्रपद माह में घर पर लड्डू गोपाल की स्थापना करना, शंख की स्थापना करना और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करना बहुत अधिक शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से धन, यश और वैभव की प्राप्ति होती है। साथ ही, संतान प्राप्ति की कामना के लिए भाद्रपद में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर संतान गोपाल मंत्र का जाप करने और हरिवंश पुराण का पाठ करने या सुनने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान को दुखों से छुटकारा मिलता है। 
ये भी पढ़ें
Hartalika teej 2024: हरतालिका तीज व्रत पर रात्रि पूजा का समय क्या है?