किसान आंदोलन पर हरियाणा की राजनीति में बवाल, संकट में खट्टर सरकार...
चंडीगढ़। किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के सरकार में संकट बढ़ता नजर आ रहा है। सीएम मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आज दिल्ली जा रहे हैं, जहां वह कई केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं।
हरियाणा सरकार में भाजपा की सहयोगी जजपा ने मंगलवार को नई दिल्ली में विधायकों व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला जजपा विधायकों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि करनाल के कैमला में किसान महापंचायत से पहले किसानों पर हुए लाठीचार्ज से जजपा खुश नहीं है। खट्टर इस मामले पर केंद्रीय मंत्रियों को अपनी रिपोर्ट सौंप सकते हैं।
दूसरी ओर इनेलो के प्रमुख अभय चौटाला ने सोमवार को एक चिट्ठी लिखकर सीएम खट्टर का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि अगर 26 जनवरी तक किसानों की बात नहीं मानी जाती है तो उनकी इस चिट्ठी को ही इस्तीफा माना जाए। अभय चौटाला दुष्यंत चौटाला के चाचा है। कांग्रेस भी खट्टर सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर रही है।
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 40 सीटें, जेजेपी के पास 10 और 5 स्वतंत्र विधायक हैं। भाजपा को राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ और उसने जेजेपी की मदद से सरकार बनाई थी। कांग्रेस के पास 31 विधायक है।