कोरोना के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में रेट तय,भोपाल में कोविड केयर अस्पताल लगभग फुल
भोपाल। मध्यप्रदेश के कई शहरों में कोरोना की दूसरी लहर की दस्तक देने और बड़ी संख्या में लोगों के पॉजिटिव आने के बाद सरकार अब हरकत में आ गई है। कोरोना की आड़ में लोगों से अनाप-शनाप पैसे वसूलने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर सरकार ने नकेल कस दी है। सरकार ने एक बार फिर नर्सिंग होम और निजी हॉस्पिटल में कोविड-19 के इलाज की दरें निर्धारित कर दी है।
सरकार के नए निर्देश के बाद अब प्रदेश के सभी नर्सिंग होम और प्राइवेट हॉस्पिटल को कोविड-19 के इलाज की निर्धारित दरों को रिसेप्शन काउंटर पर प्रदर्शित करना जरूरी होगा। इसके साथ ही मरीज और मरीजों के परिजन को मांगने पर इलाज की निर्धारित दरों को उपलब्ध कराना होगा। आदेश में कहा गया है कि नर्सिंग होम, प्राइवेट हॉस्पिटल में कोरोना इलाज की दर पहले से निर्धारित दरों से 40 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकेगी।
कोविड अस्पतालों में बेड की कमी-राजधानी भोपाल में कोरोना विस्फोट के बाद कोविड अस्पतालों में बेड करीब-करीब फुल हो गए है। राजधानी में बनाए गए पांच कोविड हॉस्पिटल में जनरल के साथ आईसीयू बेड अब खाली नहीं है। ऐसे में अब लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल की ओर रुख करना पड़ रहा है। वहीं सरकार ने सरकारी हॉस्पिटलों में कोविड बेड बढ़ाने जा रही है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने हमीदिया अस्पताल का दौर कर वहां व्यवस्थाएं बढ़ाए जाने के निर्देश दिए है। हमीदिया अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए 400 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके साथ टीबी अस्पताल में ऑक्सीजन सहित 100 नए बेड तैयार किए जा रहे है।