नई दिल्ली/ मुंबई। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 संक्रमण के 1,59,632 नए मामले सामने आने के बीच कई राज्यों ने नए प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन (Omicron) के चलते तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर देश में मौजूदा स्थिति की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जिलों में पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा तैयार करने और किशोरों के टीकाकरण अभियान को मिशन मोड के आधार पर बढ़ावा देने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कोरोनावायरस के बदलते स्वरूप का उल्लेख करते हुए जांच और टीकों के अलावा जीनोम सीक्वेंसिंग सहित अन्य संबंधित मामलों के शोध की आवश्यकता पर बल दिया। कोविड पर नियंत्रण के लिए मास्क के इस्तेमाल और उचित दूरी के पालन की जरूरत को रेखांकित करते हुए उन्होंने हल्के व बगैर लक्षण वाले संक्रमण के मामलों में घरों में पृथकवास की जरूरत पर बल दिया।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में कोविड मामलों के प्रबंधन के साथ, गैर कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखने का भी आह्वान किया और कहा कि राज्यवार परिदृश्यों और उनके द्वारा किए जा रहे सर्वोत्तम प्रयासों तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई जानी चाहिए।पीएमओ के मुताबिक उन्होंने कहा कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार केंद्रित जन आंदोलन की निरंतरता महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से संक्रमण के 552 नए मामले सामने आने के बाद रविवार को देश में इससे संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है। मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस संक्रमण के 1,59,632 नए मामले सामने आए, जो पिछले 224 दिन में सामने आए सर्वाधिक दैनिक मामले हैं। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है, जो करीब 197 दिन में सर्वाधिक है। देश में पिछले 24 घंटे में 327 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई है।
उधर, देश में सोमवार से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चा कर्मियों, चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों के साथ ही 60 वर्ष या इससे अधिक आयु वाले ऐसे लोग जो कि बीमारियों से ग्रस्त हैं, उन्हें टीके की 'एहतियाती खुराक' दी जाएगी। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली सहित ज्यादातर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने महामारी की तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर पहले ही रात्रिकालीन कर्फ्यू और अन्य प्रतिबंधों की घोषणा की है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोनावायरस के संक्रमण पर रोक के प्रयासों के तहत जहां अपने कार्यालयों के सप्ताह में पांच दिन खुलने की रविवार को घोषणा की, वहीं 10 से 24 जनवरी तक सभी सामाजिक और धार्मिक समारोहों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। राज्य सरकार ने सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति को सोमवार से शुक्रवार तक की अवधि के दौरान 50 प्रतिशत तक सीमित कर दिया।
एक आदेश के अनुसार, सरकार ने इंडोर शैक्षणिक, खेल, सांस्कृतिक और राजनीतिक आयोजनों के लिए 100 से अधिक और आउटडोर आयोजनों के लिए 300 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर भी रोक लगा दी है। हालांकि ये प्रतिबंध आपात सेवाओं से संबंधित कार्यालयों पर लागू नहीं होंगे।
राजस्थान सरकार ने संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर पाबंदियों का दायरा बढ़ाते हुए राज्य के सभी शहरी क्षेत्रों में 12वीं तक के स्कूल 30 जनवरी तक के लिए बंद करने के साथ ही रविवार को कर्फ्यू, बाजार के समय को सीमित करने और रेस्टोरेंट में बैठने की क्षमता को सीमित करने की घोषणा की है।
कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों से निपटने के लिए तमिलनाडु में रविवार को एक दिवसीय पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया और इसका पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, स्थानीय एवं स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने कड़ी नजर रखी। लॉकडाउन के कारण राज्य की सड़कें, बाजार, मॉल और सार्वजनिक स्थान सुनसान रहे, लेकिन राज्य में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति से जुड़े वाहनों और स्वास्थ्य समेत अन्य क्षेत्रों के लिए लोगों को आवागमन की अनुमति थी।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कक्षा एक से नौ तक की ऑफलाइन कक्षाएं चलाने वाले सभी स्कूल सोमवार से बंद रहेंगे। स्कूल शिक्षा निदेशक पीटी. रूद्र गौड़ ने कहा कि मामलों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए सभी निजी एवं सरकारी सहायता प्राप्त संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार कोरोनावायरस महामारी को नियंत्रित करने के लिए उपासना स्थलों तथा शराब की दुकानों सहित अन्य स्थलों पर पाबंदियां धीरे-धीरे लागू करेंगी, जहां अधिक लोग एकत्रित होते हैं। टोपे का यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्य सरकार ने एक दिन पहले ही कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए पाबंदियों को कड़ा करने का फैसला किया था।
टोपे ने जालना में कहा कि एक दिन पहले राज्य सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियां लोगों के हित में हैं। उन्होंने कहा, शराब की दुकानों और उपासना स्थलों जैसे भीड़भाड़ वाले स्थलों में भी पाबंदियां लगाई जाएंगी। टोपे ने कहा कि यद्यपि मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और ऑक्सीजन की मांग कम है। उन्होंने कहा, जब इसमें बढ़ोतरी होगी, तो हम सख्त पाबंदियां लागू करेंगे।
शनिवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 41,000 से अधिक नए मामले सामने आए थे, तो राज्य सरकार ने सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक लोगों के पांच या अधिक के समूहों में सार्वजनिक रूप से आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, किसी को भी रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस संबंध में एक सरकारी परिपत्र जारी किया गया है। हालांकि जूहू बीच जैसी जगहों पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई।
रविवार को राज्य सरकार ने जिम और ब्यूटी सैलून के लिए कोविड-19 से संबंधित पाबंदियों को संशोधित किया, जिससे उन्हें 10 जनवरी की मध्यरात्रि से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करने की अनुमति मिली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन लागू करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है और यदि लोग मास्क पहनने के नियम का पालन करते हैं, तो लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में रविवार को 24 घंटे में कोविड-19 के 22 हजार मामले दर्ज होने की आशंका है। उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील की। केजरीवाल ने कहा, कोविड-19 मामलों का बढ़ना चिंता की बात है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत कम लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। मास्क पहनना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप मास्क पहनना जारी रखेंगे, तो लॉकडाउन नहीं लगेगा। फिलहाल लॉकडाउन लागू करने की कोई योजना नहीं है।(भाषा)