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Last Updated : रविवार, 11 अक्टूबर 2020 (18:11 IST)

Covid-19 टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति क्लिनिकल प्रयोग डेटा पर निर्भर, अगले हफ्ते से शुरू हो सकते हैं फेलूदा से टेस्ट : हर्षवर्धन

Covid-19 टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति क्लिनिकल प्रयोग डेटा पर निर्भर, अगले हफ्ते से शुरू हो सकते हैं फेलूदा से टेस्ट : हर्षवर्धन - permission for emergency use-of Covid-19 vaccine depends on clinical use data harsh vardhan
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) ने रविवार को कहा कि सरकार ने भारत में कोविड-19 (Covid-19) टीके के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं किया है।
मंत्री ने कहा कि ‘सार्स कोव-2’ का पता लगाने के लिए ‘फेलूदा पेपर स्ट्रिप’ जांच अगले कुछ हफ्ते में शुरू की जा सकती है। हर्षवर्धन ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 टीका परीक्षण के पहले, दूसरे और तीसरे...विभिन्न चरणों में है जिसके परिणाम की प्रतीक्षा है।
स्वास्थ्य मंत्री सोशल मीडिया के अपने प्रशंसकों के साथ ‘संडे संवाद’ प्लेटफॉर्म पर बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी। आंकड़ों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी।

 
आर्थिक कारणों से युवा और कामकाजी लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने की प्राथमिकता देने के कयासों से इंकार करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 टीका लगाने के लिए समूहों की प्राथमिकता दो मुख्य बातों पर निर्भर करेगी- पेशेवर खतरा और संक्रमण का जोखिम, गंभीर बीमारी होने का खतरा तथा बढ़ती मृत्यु दर।
इस मुद्दे पर कि सरकार किस तरह से कोविड-19 के टीके को लाने की योजना बना रही है, उन्होंने कहा कि यह विचार है कि शुरुआत में टीके की आपूर्ति सीमित मात्रा में उपलब्ध होगी।

मंत्री ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में टीके की आपूर्ति को प्राथमिकता देना कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे संक्रमण का खतरा, विभिन्न जनसंख्या समूह के बीच अन्य रोग का प्रसार, कोविड-19 मामलों के बीच मृत्यु दर और कई अन्य।

उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न प्रकार के टीकों की उपलब्धता पर गौर कर रहा है जिनमें से कुछ विशिष्ट उम्र वर्ग के लिए उपयुक्त हो सकते हैं जबकि अन्य उस आयु वर्ग के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं।

मंत्री ने कहा कि योजना का सबसे महत्वपूर्ण कारक शीत श्रृंखला और परिवहन के अन्य साधन हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि अंतिम स्थान तक टीके की आपूर्ति में कोई बाधा नहीं आए। (भाषा)