ओमिक्रॉन वैरिएंट की स्थिति पर नागरिक उड्डयन की पैनी नजर, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 31 जनवरी तक स्थगित
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का सामान्यीकरण ओमिक्रॉन परिदृश्य पर निर्भर करेगा और संबंधित अधिकारी सामने आती स्थिति पर नजर रखेंगे। केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को यह बात कही।
26 नवंबर को विमानन नियामक डीजीसीए ने, 15 दिसंबर से भारत के लिए निर्धारित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने का फैसला किया।
हालांकि कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के उद्भव के मद्देनजर निर्णय को एक सप्ताह से भी कम समय में टाल दिया गया। पिछले हफ्ते, प्रहरी संस्था ने कहा कि उड़ानों पर 31 जनवरी तक रोक रहेगी।
कोरोनावायरस महामारी के कारण निर्धारित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें 23 मार्च, 2020 से निलंबित हैं। वर्तमान में, उड़ानें सीमित तरीके से विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल व्यवस्था के तहत संचालित की जा रही हैं।
उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा मंगलवार को आयोजित एक शिखर सम्मेलन में सिंधिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का सामान्यीकरण ओमीक्रोन की स्थिति पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हम खुद को कोविड से अलग नहीं रख सकते हैं। हम स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। जब हम ओमीक्रोन से पार हो जाते हैं, तो हम अंतरराष्ट्रीय यात्रा के संबंध में भी सामान्य स्थिति में वापस जाने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन मैं आपको आज कोई निश्चित तारीख नहीं दे सकता।
सिंधिया ने कहा कि यह मुझ पर निर्भर नहीं है, कई अन्य कारक हैं, अन्य मंत्रालय हैं जिनके साथ मुझे समन्वय करना है और स्थिति को देखना है जो अगले कुछ हफ्तों में सामने आएगी।